विजय शंकर
दिल्ली/पटना ,21 सितंबर : बिहार की विकास गाथा अनूठी इसीलिए है कि यह बहुआयामी है। बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की ‘‘न्याय के साथ विकास’’ की अवधारणा ने समाज के सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है।
पिछले अनेक वर्षों से बिहार ने लगातार जीएसडीपी की वृद्धि दर को दो अंकों में बरकरार रखा है। इस वर्ष भी 2023-2024 में यह सिलसिला 14.47 फीसदी के साथ बरकरार रहने का अनुमान है। यह त्वरित अनुमान भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के वेबसाइट पर उपलब्ध है।
वहीं दूसरी ओर प्रति व्यक्ति आय भी तेज़ी से बढ़ रही है। दशकों तक संसाधनों के असमान वितरण, माल भाड़ा समानीकरण नीति की वजह से हुए बड़े वित्तीय नुकसान एवं बीते वर्षों में बैंको के असहयोग के कारण असंतुलित क्रेडिट डिपाजिट रेशियो के बावजूद पिछले 19वर्षों में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य को असाधारण उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं।
अपराध नियंत्रण एवं बेहतर कानून व्यवस्था ने लोगों का जीवन आसान बना दिया है और लोग स्वयं को सुरक्षित मानते हैं।
सड़क, बिजली, हर घर पीने का पानी, सेतुओं एवं महासेतुओं, फ्लाइओवर्स, एक्सप्रेसवे, नेशनल एवं स्टेट हाईवेज़ नौकरियों, रोज़गार के असंख्य अवसर, कौशल विकास एवं कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण ने बिहार के विकास को एक समग्रता दी है और उसे बहुआयामी बना दिया है।