पूरा शरणागत भाव भी दिखाया प्रधानमंत्री से मिलते वक्त ललन सिंह ने
भविष्य में भाजपा को पूर्ण समर्थन देने का वादा भी किया

स्टेट ब्यूरो

नव राष्ट्र मीडिया

पटना।

जनता दल यू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें पूरा सहयोग देने का वादा किया । बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद शुक्रवार को जदयू सांसद राजीव रंजन उर्फ़ ललन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों के बीच हुई इस मुलाकात की जानकारी खुद ललन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट कर दी। सियासी समीकरण बदलने के बाद ललन सिंह की पीएम मोदी से हुई यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। ललन सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात कर लिखा, ‘देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी से उनके कार्यालय में शिष्टाचार मुलाकात हुई। मालूम हो कि ललन सिंह लंबे समय से जदयू में रहते हुए भी भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का तीखा विरोध करते थे । लेकिन बदली स्थिति में उन्होंने प्रधानमंत्री के सामने झुक कर पूरा अभिवादन किया और शरणागत भाव भी प्रदर्शित किया। उन्होंने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। इससे ऐसा लगता है कि भविष्य में अब वह प्रधानमंत्री का कोई वैर विरोध नहीं करेंगे। ललन सिंह ने साल 2022 में नीतीश कुमार को भाजपा से अलग कर राजद के साथ जाने में सबसे अहम रोल निभाया था। नीतीश के पलटी मारने के बाद ललन सिंह के भी सारे पुराने तेवर हवा हो गये हैं। दिल्ली में आज जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बकायदा समय लेकर प्रधानमंत्री से मिलने पहुंच गये।

प्रधानमंत्री से ललन सिंह की ये मुलाकात संसद में हुई। संसद का सत्र चल रहा है और ललन सिंह ने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था। नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने संसदीय चेंबर में मिलने के लिए बुलाया था। बड़ा गुलदस्ता लेकर ललन सिंह प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे। ललन सिंह लोकसभा में जेडीयू के संसदीय दल के नेता हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हालांकि दोनों के बीच मुलाकात काफी संक्षिप्त रही। जदयू के एक प्रत्यक्षदर्शी सांसद ने बताया कि प्रधानमंत्री पहले से व्यस्त थे। इसलिए काफी कम समय के लिए दोनों की बातचीत हुई। वैसे ललन सिंह ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि सदन के अदंर जेडीयू आक्रमकता के साथ बीजेपी का पूरा समर्थन करेंगे।

मालूम हो कि कुछ दिनों पहले तक ललन सिंह बीजेपी के सबसे कट्टर विरोधी हुआ करते थे। ये सिलसिला तब से शुरू हुआ था जब बीजेपी ने उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनाने से इंकार कर दिया था। 2021 में मोदी कैबिनेट के विस्तार के समय बीजेपी ने ललन सिंह को जेडीयू कोटे से मंत्री बनाने से साफ इंकार कर दिया था।
बीजेपी ने आरसीपी सिंह को मंत्री बनाया था। इसके बाद से ही ललन सिंह बीजेपी के सख्त खिलाफ हो गये थे। इसी वज़ह से आरसीपी सिंह को जदयू से बाहर जाना पड़ा था।
कुछ दिनों पहले नीतीश जब पाला बदल कर बीजेपी के साथ जा रहे थे तो भी ललन सिंह ने चुप्पी साध रखी थी। वे मीडिया में कोई बयान नहीं दे रहे थे। हालांकि एक दिन पहले ललन सिंह ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला था और कहा था कि वे पप्पू हैं औऱ पप्पू ही रह जायेंगे। आज ललन सिंह ने एक कदम और बढाया और प्रधानमंत्री से मिलने पहुंच गये। इधर बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने और मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं होने के कारण प्रादेशिक जदयू और भाजपा नेताओं के बीच थोड़ी खटास भी देखी जा रही है।

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