खेती से लेकर सरकारी उपक्रमों को बेचने पर आमादा है मोदी सरकर- राजाराम सिंह
दिल्ली किसान आंदोलन के नेता धर्मपाल सिंह ने कहा- देश बेचू है मोदी सरकार
गया-: तीनों कृषि कानून एवं बिजली विधेयक 2021 को निरस्त करने, MSP गारंटी का कानून बनाने और हर किस्म के कृषि कर्ज को माफ करने की मांग पर किसान संगठनों द्वारा संयुक्त गया जिला किसान कन्वेंशन, धर्मसभा भवन, गया में आयोजित किया गया। कन्वेंशन में पूरे जिले के अलग-अलग प्रखंडों के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता अखिल भारतीय किसान किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व माले विधायक राजाराम सिंह ने कहा की आज देश मे खेती और किसानी के साथ साथ बेशकीमती राष्ट्रीय उपक्रमो को मोदी-शाह की सरकार बेचने पर आमादा है। यह सिर्फ कॄषि ही नहीं, बल्कि देश के संविधान, लोकतंत्र और सम्पतियों को बचाने का सवाल है।
दिल्ली बॉर्डर किसान आंदोलन के नेता धर्मपाल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार देश बेचू है। यह सरकार हर चीज को बेच देगी। उन्होंन कहा कि या तो ये सरकार जाएगी या तो हमारी लाशें जाएंगी। किसानों की लाश पर ही कृषि कानून लागू होंगे और हम यह होने नहीं देंगे।
अखिल भारतीय किसान सभा के अशोक सिंह ने कहा की 3 कृषि कानूनों के खिलाफ भी मजबूत अंदोलन छेड़ा जाएगा व 25 सितंबर का भारत बंद ऐतेहासिक होने वाला है।
प्रगतिशील किसान मंच के मनौव्वर होदा, बोधगया भूमि आंदोलन के दिनेश जी, ऐपवा नेत्री रीता वर्णवाल, किसान नेता इंद्रदेव विद्रोही, कांग्रेस नेता विजय कुमार मिट्ठू, भूमि बचाओ संघर्ष समिति, डोभी के संजय यादव, रामाधार सिंह, आइसा नेता तारिक अनवर, पूर्व जिला पार्षद बालेश्वर यादव ने भी कन्वेंशन को संबोधित किया।
कन्वेंशन के अंत में 8 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया जिनमे 3 कृषि काले कानून को वापस लेने, प्रस्तावित बिजली बिल 2020 को रद्द करने, MSP को कानूनी दर्जा देने, किसानों की कर्जामाफी, राज्य भर में खाद की किल्लत को दूर कर कालाबाजारी को खत्म करने, गया जिला में उत्तर कोयल नहर परियोजना सहित जिले के सभी प्रस्तावित सिंचाइ योजना को लागू करने, अमृतसर-कोलकाता कॉरीडोर (मैनुफैक्चरिंग हब) के कारण किसानों से 3 हजार एकड़ भूमि अधिग्रहण पर रोक लागने की मांग रखी गई।
कार्यक्रम का संचालन 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल क्रमशः उपेंद्र यादव, रामखेलावन दास, उपेंद्र नारायण सिंह, चंद्रशेखर प्रसाद यादव, युगल किशोर सिंह ने किया।
किसान आंदोलन में अबतक शहिद हुए किसानों की याद में 1 मिनट के मौन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।