विधान सभा चुनाव को लेकर कायस्थन समाज के लोग भी बनाने लगे रणनीति
मुकेश महान
पटना। बिहार विधान सभा चुनाव अगले साल होना है। इसको लेकर सभी पार्टियों में मंथन शुरु है। ऐसे में कायस्थों की विश्व स्तरीय संस्था ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेस नें भी राजनीति में कायस्थों की भागीदारी को लेकर अपनी रणनीति बनानी शुरु कर दी है। देश भर के कायस्थ अब उन्हीं पार्टियों के साथ होगें, जो कायस्थों के साथ खड़ी हैं, जो कायस्थों को सही हिस्सेदारी अपनी पार्टी में दे रही है। अब यूज एंड थ्रो का रवैया कायस्थ नेताओं के साथ किसी भी पार्टी की नहीं चलेगी।
ये बातें ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेस की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने Xposnow.com से एक विशेष बातचीत कही। रागिनी रंजन ने कहा कि देश भर में जहां कायस्थों का बहुमत है, वह सीट कायस्थों की है, चाहे पार्टी कोई भी हो, जीतेंगे कायस्थ उम्मीदवार ही। और इसके लिए जीकेसी अपनी पूरी शक्ति लगाएगी।
श्राीमती रागिनी ने कहा कि जो हमारे साथ हैं, हम उनके साथ हैं का नारा इस बार हकीकत में बदलेगा। बहुत हो गया पार्टियों द्वारा कायस्थों का इस्तेमाल। अब और नहीं। अपने इस नारा को जमीन पर उतारने के लिए देश और विदेश से कायस्थ विधान सभा चुनाव के ऐन पहले पटना में जुटेंगे और इसको लेकर चिंतन मनन के बाद नई रणनीति तैयार करेंगे।
रागिनी रंजन ने कहा कि कायस्थों का यह महाजुटान जीकेसी की अगुवाई में आगामी फरवरी माह में पटना होगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो पार्टियां हमे राजनीति में हमारी हिस्सेदारी देगी, हमारा सहयोग और समर्थन उसे ही मिलेगा।उन्होंने कहा कि राजनीति में कायस्थ पिछड़ रहे हैं, इसका एक कारण यह भी है कि कायस्थ नेताओं की कमी है,कायस्थ राजनीति में नहीं आना चाहते हैं। इस कमी को दूर करने के लिए देश भर में एक हजार कायस्थ नेता बनाने का संकल्प जीकेसी ने लिया है और हम इस संकल्प को जरूर पूरा करेंगे।