मामले को लेकर आज होगी सुनवाई, फंस गया जेल प्रशासन भी
सुभाष निगम
नई दिल्ली । हत्या के मामले में वांछित आरोपी कोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को तिहाड़ जेल में मैजिस्ट्रेट के समक्ष समर्पण करने आया था तभी जेल परिसर से दिनदहाड़े उसको अगवा कर लिया गया । आरोपी के साथ आये उसके वकील से भी मारपीट की गई । आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी व दो-तीन अन्य लोग जेल में घुसकर आरोपी को मारपीट कर उठाकर ले गए, लेकिन जेल के गेट पर उनकी रजिस्टर में एंट्री तक नहीं की गई। आरोपी जेल में मजिस्ट्रेट के समक्ष सरेंडर करने आया था । सवाल उठ रहे हैं कि क्या तिहाड़ जेल परिसर जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में ऐसी घटना हो सकती है, क्या सरकार और जेल प्रशासन इतना संवेदनहीन हो सकता है ? कल हुई इस घटना ने जेल प्रशासन और सरकार की नींद उड़ा दी है ।
इस मामले को तिहाड़ जेल के ड्यूटी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट राघव शर्मा ने गंभीरता से लिया है। इस मामले की सुनवाई आज शनिवार को होगी । अब देखना है कि इस गंभीर मामले पर कारवाई की गाज किस – किस पर गिरती है । जेल परिसर तक जाकर अपहरण करने वाले कौन-कौन लोग हैं , इसका भी जवाब जेल प्रशासन को देना होगा । अदालत ने सुभाष प्लेस थानाध्यक्ष व मामले के जांच अधिकारी (आईओ) को तलब किया है। इसके साथ ही संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त को आरोपी के संबंध में जानकारी लेकर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है ।
आरोपी के वकील अनवर अहमद खान ने कोर्ट से कहा कि वह मुवक्किल के साथ जेल परिसर में वाटर पार्क के पास थे । इसी दौरान तीन-चार लोगों ने उनके मुवक्किल व उनसे मारपीट शुरू कर दी । इसी बीच दो-तीन पुलिसकर्मी आए और उन्होंने भी मारपीट की । इसके बाद उनके मुवक्किल को उठाकर ले गए।
उल्लेखनीय है कि सुभाष पैलेस थाने से हत्या में वांछित कार्तिक उर्फ माधव ने रोहिणी अदालत में सरेंडर करने के लिए 22 दिसंबर को आवेदन किया था । सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से होने के कारण अदालत ने उसे जेल में डयूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष सरेंडर करने के लिए कहा । शुक्रवार सुबह सुनवाई शुरू होने से पहले ही यह वारदात हो गई ।