सुबोध,
किशनगंज 27 नवम्बर । जिले के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण जीआर कम्पनी में कार्यरत आदिवासी युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत पर भड़के और पावर हाउस के पास नेशनल हाईवे 327 ई पर आक्रोशित समाज ने आगजनी कर किया सड़क जाम। मौके पर सदर एसडीओ अमिताभ गुप्ता ,एसडीपीओ अनवर जावेद सहित ठाकुरगंज, पौआखाली सहित कुल तीन थाना की पुलिस पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समक्षाने के प्रयास में जुटे ।
मौके पर मृतक मजदूर का छोटा भाई संतोष किस्कू मजदूर, जीआर कम्पनी द्वारा कम्पनी कर्मियों पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे भाई संतोष किस्कू की हत्या हुई है,यह मौत नहीं है। क्योंकि शनिवार रात को जब मेरे भाई की मौत हुई तो कम्पनी कर्मी कौशल ने मुक्षे घर से कॉल कर क्यों नही बुलाया जबकि मेरा मोबाइल नम्बर उसके पास था और यहा से कम्पनी की गाड़ी में पोस्टमाटर्म के लिए सदर अस्पताल ले जाने की जल्दबाजी क्यो की। उन्होंने कहा कि क्योंकि मेरे भाई की हत्या पर पर्दा डालने का प्रयास हो रहा है।मुक्षे इंसाफ चाहिए। इसलिए हमलोग सड़क पर उतरें हैं ।
मामले में साइट पर ओनड्यूटी जीआर कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रामगोपाल के मुताबिक यह हत्या नही दुर्घटना है। क्योंकि मृतक मनोज किस्कू इस कम्पनी में नाईट गार्ड था रात्रि में सड़क पर कम्पनी के निर्माण में उपयोगी वाहनों की रखवाली करता था।कल रात प्रेसर रोलर के ठीक सामने सोया हुआ था और आज अहले सुबह पांच बजे उक्त रोलर को ड्राइवर ने स्टार्ट किया तो उसने उस गार्ड को सोया हुआ नही देखा और रोलर के नीचे आने से ही उसकी मौत हो गयी है।
मामले में पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल ने मृतक आदिवासी युवक की मौत पर संवेदना व्यक्त कर कहा घटना दुख:द है क्योंकि वह युवक ग्रेजुएट था लेकिन उसकी मजबूरी थी कि यहा कम्पनी में एक गार्ड की नौकरी करता था। परिजन के द्वारा कम्पनी कर्मी के हत्या के आरोप पर उन्होंनेे कहा कि यह हत्या नही है अनजाने में रोलर ड्रावर से हुयी एक दुर्घटना ही कहा जा सकता है।बहरहाल आदिवासी उस युवक की मौत पर कम्पनी और प्रशासन से राहत देने के अश्वासन के बाद कम्पनी कर्मी एवं आक्रोशित परिजनों से समक्षौता हो गयी है ।
मौके पर सदर एसडीओ अमिताभ गुप्ता ने कहा सरकार के द्वारा सड़क हादसे पर दी जानेवाली अनुदान राशि पांच लाख रुपये का मुआवजा पोस्टमाटर्म रिपोर्ट आने बाद ही यथा शीध्र उनके परिजन को राहत के लिए भुगतान कर दिया जाऐगा।इसके अलावे कम्पनी के तरफ से तय मानक के मुताबिक उनके परिजन को मुआवजा दिए जाने के अश्वासन पर मामला शांत हो गया है।अब कोई विवाद नही है ।एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुट चुकी है।