सुबोध,

किशनगंज 24 नवंबर।जिला स्तरीय युवा उत्सव 2022 के सफल आयोजन हेतु समीक्षात्मक बैठक जिलाधिकारी श्री श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में आहूत हुई।
इस बैठक में डीडीसी,एडीएम,जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी,एसडीएम,जिला कला संस्कृति पदाधिकारी,जिला शिक्षा पदाधिकारी,सहायक निदेशक/सामाजिक सुरक्षा, बाल संरक्षण व अन्य पदाधिकारी,शिक्षक उपस्थित थे।
कला,संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार,पटना द्वारा निर्गत दिशा-निर्देश तथा जिला पदाधिकारी, श्री श्रीकांत शास्त्री के निदेशानुसार जिला स्तरीय युवा उत्सव पर प्रदर्श कला और चाक्षुष कला प्रतियोगिता 29 नवंबर को अंबेडकर नगर भवन में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होगा। जिला स्तरीय युवा उत्सव अंतर्गत दिनांक 29 नवंबर को अनिवार्य कला विधा और चाक्षुष कला, लोक गाथा, लोक गीत, सुगम संगीत, वायलिन, सारंगी, शहनाई आदि कला प्रतियोगिता का आयोजन होना है। छात्र छात्राओं और विभिन्न कला व सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों से लगभग 100 से अधिक आवेदन प्राप्त हुआ है। आवेदन की स्क्रूटनी जारी है। युवा उत्सव अंतर्गत प्रतियोगिता के लिए निर्धारित आयोजन के तुरंत बाद ही सर्वश्रेष्ठ कलाकार को घोषणा कर पुरस्कृत किया जाएगा। इन्हें राज्य स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
कार्यक्रम निम्नवत निर्धारित है।दिनांक 29.11.2022 मंगलवार युवा उत्सव समारोह के उद्घाटन के साथ ही १) समूह गायन (बालक-बालिका),२) संगत कलाकार सहित 10 समूह लोकनृत्य (संगत कलाकार सहित कुल 20 कलाकार)३)एकांकी नाटक ( अधिकतम 12 कलाकार भाषा हिंदी) ४)शास्त्रीय नृत्य ( कत्थक, ओडिसी, भरत नाट्यम, मणिपुरी तथा कुच्चीपुड़ी) प्रस्तुति एकल तथा संगत कलाकार सहित अधिकतम 5 कलाकार, संगत कलाकार 35 वर्ष से ऊपर के हो सकते है, ५) शास्त्रीय गायन (एकल प्रस्तुति संगत कलाकार सहित 03 सदस्य, हिंदुस्तानी/कर्नाटक शैली),६) शास्त्रीय वादन एकल प्रस्तुति सितार, गिटार ,तबला बांसुरी, वीणा, मृदंगम, (पखावज नही), ७) हरमोनियम वादन (सुगम, एकल) ८) वकतृता ( हिंदी या अंग्रेजी)एकल ।संध्या 5 बजे तक टाउन हॉल में आयोजन होगा।
इन विधाओं के अतिरिक्त राज्य सरकार के निर्णयानुसार लोकगाथा गायन,लोकगीत,सुगम संगीत, वायलिन, सारंगी, सरोद, शहनाई,पखावज,ध्रुपद- धमाड आदि तथा चाक्षुष कला में चित्रकला, मूर्तिकला,हस्तशिल्प,फोटोग्राफी आदि की प्रतियोगिता भी होगी। इन विधाओं के प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कलाकारो को अन्य कार्यक्रमों के लिए सूचीबद्ध मात्र किया जाएगा।
उक्त चाक्षुष कला की प्रतियोगिता बालिका उच्च विद्यालय, किशनगंज में होगी ।इन विधाओं के विजेता को अन्य कार्यक्रम के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा। चित्रकला,मूर्तिकला, छायाचित्र हस्तशिल्प की कृति फ्रेम / पेडेस्टल पर लगाकर, प्रदर्शनी योग्य स्थिति में हस्तगत करानी होगी। चाक्षुष कला प्रतियोगिता राष्ट्रीय युवा उत्सव के अंतर्गत सम्मिलित नहीं है।
जिला कला संस्कृति पदाधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि प्रतिभागियों को वेशभूषा, परिधान, वाद्ययंत्र मंच सामग्री और संगत कलाकार की व्यवस्था स्वयं करनी होगी।आयोजक द्वारा आपूर्ति नहीं की जायगी। निर्णायक मंडली में विशेषज्ञ शिक्षक को रखा गया है । प्रतियोगिता अंबेडकर नगर भवन में संध्या 5 बजे तक आयोजित होगा।युवा उत्सव में शामिल होने वाले प्रतिभागियों की उम्र 15 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आयोजन तिथि को जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभागियों का चयन कर राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा। चयनित प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा उत्सव कार्यक्रम में भेजने हेतु वाहन की व्यवस्था जिला प्रशासन के स्तर से की जायगी।भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र और प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
जिला स्तरीय युवा उत्सव में चयनित प्रतिभागी राज्य स्तरीय युवा उत्सव में भाग लेंगे। इसके लिए प्रथम स्थान प्राप्त कलाकारों की सूची नाम और पते के साथ तैयार करने का निर्देश दिया गया। राज्य स्तरीय युवा उत्सव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को राष्ट्रीय युवा उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा। इन विधाओं के अतिरिक्त राज्य सरकार के निर्णयानुसार लोक गाथा गायन, लोकगीत, वायलिन, सारंगी, आदि तथा चाक्षुष कला में चित्रकला, मूर्तिकला, हस्तशिल्प, फोटग्राफी आदि की प्रतियोगिता भी होगी। प्रतियोगिता में चयन विधानुसार गठित निर्णायक मंडल द्वारा किया जाएगा, यह निर्णय अंतिम होगा।
सभी विधाओं में प्रदर्शन के लिए समय सीमा निर्धारित है। समय सीमा का उल्लंघन पर 5 से 10 प्रतिशत अंक कम कर दिए जायेंगे। कला यात्रा और उद्घाटन समारोह में सभी प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे।कलाकारों के दल में बालक, बालिका या दोनों हो सकते हैं।विधावार नृत्य की समयावधि 15 मिनट, लोक गीत गायन हेतु अधिकतम 7 मिनट, शास्त्रीय गायन हेतु अधिकतम 15 मिनट, हारमोनियम 10 मिनट, लघु नाटक की समयावधि 45 मिनट से अधिक नहीं, शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति के लिए अधिकतम 154 मिनट का समय, वक्तृता हेतु प्रत्येक प्रतिभागी को 4 मिनट तथा आशा प्रस्तुति एकस्टेंपोर हेतु प्रतिभागी को 4 मिनट का समय देय होगा। चित्र कला, मूर्तिकला, छायाचित्र, हस्तशिल्प की कृति फ्रेम, पेडेस्टल पर लगाकर, प्रदर्शनी योग्य स्थिति में हस्तगत करानी होगी, परन्तु चाक्षुष कला प्रतियोगिता राष्ट्रीय युवा उत्सव के अंतर्गत सम्मिलित नहीं है।
बैठक में डीएम के द्वारा उपस्थित शिक्षक, प्रशिक्षक को निर्देशित किया गया कि युवा उत्सव कार्यक्रम में को बेहतर ढंग से करवाएं।जिलाधिकारी श्री शास्त्री ने निर्देश दिया कि उच्च स्तर के प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को जिला स्थापना दिवस समारोह में प्रदर्शन का मौका दिया जाएगा।
डीएम ने कार्यक्रम के प्रचार प्रसार,प्रतिभागियों की अधिकाधिक भागीदारी हेतु संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया।

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