सुबोध,
किशनगंज।किशनगंज से करीब 45 किलोमीटर दूर सोमवार सुबह को भीषण रेल हादसा हुआ ।यह ट्रेन सियालदह जा रही थी कि दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी उपमंडल के अंतर्गत रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में बड़ी ट्रेन हादसा हुई है। यह ट्रेन हादसा वर्ष 1999 की गैयसाल ट्रेन हादसे की यादें ताजा कर गयी । गैयसाल ट्रेन हादसे के समय में तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने हादसे की जबावदेही लेते हुए उन्होंने रेल मंत्रालय से इस्तीफा भी दे दिये थे। दोनों ट्रेन हादसे की प्रकृति में कुछ अंतर है।गैयसाल ट्रेन हादसे में दो ट्रेन आमने-सामने टक्कर मारी थी।
जहां इस हादसे में एक मालगाड़ी ने सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी और तीन बोगियां आपस में एक-दूसरे पर चढ़कर क्षतिग्रस्त हो गयी ।इस हादसे में मरने वालों की संख्या अनुमानित 15 से उपर है लेकिन अधिकारिक पुष्टि नहीं और दर्जनों यात्रियों का घायल अवस्था में नजदीकी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है । हादसे की खबर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णवी हादसे में मरने वालों एवं घायलों का जायजा लेने घटना स्थल पर पहुंचे।
इस हादसे में ट्रेन की तीन बोगियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं, इस हादसे के बाद कटिहार और किशनगंज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैंऔर जिला प्रशासन अलर्ट है।जिला प्रशासन किशनगंज द्वारा आपदा नियंत्रण हेतु सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है । सदर अस्पताल , सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सभी मूलभूत सुविधाएं, एम्बुलेंस एवं दवाइयों आदि के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्थिति पर नज़र रखी जा रही है । SDRF की टीम को भी अलर्ट मोड पर रखा गया । इस संबंध में जानकारी हेतु निम्न दूरभाष पर संपर्क स्थापित किया जा सकता है।किशनगंज रेलवे स्टेशन का हेल्प लाइन नंबर-7542028020 और कटिहार में हेल्पलाइन नंबर- 9002041952 और 9771441956 है. इसके अलावे हेल्प डेस्क नंबर- 033-23508794, 033-23833326, स्टेशन हेल्प डेस्क नंबर- 6287801805 पर संपर्क किया जा सकता है.
रेल मंत्री ने कहा कि एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना घटी है।बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर काम कर रहे हैं।घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।साथ ही वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।