*मानसिक यातनायें झेलते हुये 9 छात्र किशनगंज पहुंचे नप अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने शिक्षक पर कार्रवाई की मांग की
सुबोध, ब्यूरो किशनगंज
किशनगंज । किशनगंज जिले से अंडर -19 वाॅलीबाॅल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए विगत 25 सितंबर को छात्रों की टीम मधुबनी रवाना की गई थी। वाॅलीबाॅल टीम में शामिल खिलाड़ियों को किशनगंज के खगड़ा खेल भवन से रवाना किया गया था।
जहां आज 29 सितंबर को किशनगंज वापसी पर खिलाड़ियों ने ले जाने और रहने खाने पिने एवम किशनगंज वापसी पर उनके साथ जो सुलूक हुआ उसे दुखद बताया और कहा कि अब जीवन में दुबारा वह खेल विभाग द्वारा कहीं भेजने पर कभी नहीं जायेंगे। यह सभी खिलाड़ी किशनगंज सेंजेवियर्स स्कूल के छात्र हैं जिनमें ग्यारहवीं कक्षा के उत्सव कुमार, रूक्कन टिगा, रितु राज, मनोज टिरकी, दिपक हासदा,जबकि दसवीं कक्षा के अरसलान अंजुम, आयान सोहेब, अनस, आबिद हुसैन के नाम शामिल हैं। किशनगंज पहुंचने पर उत्सव कुमार ने बताया कि किशनगंज से साथ लेकर गये शिक्षक बंधन कुमार ने उन्हें मधूबनी से बिना टिकट के ट्रेन में बिठा दिया मेरे पास जो पैसे थे उससे केवल एक ही टिकट हो पाया और उक्त शिक्षक खूद खगडिया में उतर गये फिर हम लोग भूके प्यासे ट्रेन बदलते एवम मानसिक यातनायें झेलते हुए जैस तैसे किशनगंज पहुंचे। उक्त सभी खिलाड़ियों को बिना टिकट किशनगंज रेलवे स्टेशन में पकड़ लिया गया जिसकी सूचना किशनगंज नगर परिषद अध्यक्ष अधिवक्ता इन्द्रदेव पासवान को मिलने पर उन्होंने सभी खिलाड़ियों को छुड़ाया। इस मामले पर इन्द्रदेव पासवान ने कड़ा रोष जताया और कहा कि उक्त शिक्षक की यह बहुत ही निन्दनीय एवम गंभीर लापरवाही है। इससे छात्रों के साथ कुछ भी घटना घट सकती थी।इस मामले को लेकर मैं किशनगंज जिला पदाधिकारी से मांग करता हूं कि किशनगंज जिला पदाधिकारी संज्ञान में लेकर कड़ी कार्रवाई करें। इन्द्रदेव पासवान ने कहा कि उक्त सभी छात्रों का मनोबल तोड़ा गया है अगर ऐसी व्वस्था रही तो जिला से कौन खिलाड़ी कहीं खेलने जायेगा। और खेल को बढावा कैसे मिलेगा यह एक बहुत बड़ा सवाल है।