सुबोध,
किशनगंज 19 नवम्बर । जिला प्रशासन के पुख्ता सुरक्षा इंतजाम में जिला के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन किया गया अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना,दी गयी अर्य्घ। जिला प्रशासन के द्वारा 388 स्थानों प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस जवानों की तैनाती की गयी है। जिले में राम जानकी घाट ,प्रेम पुल, देवघाट खगड़ा, धोबीघाट ,गाड़ीवान मोहल्ला, घोड़ामारा घाट(पुलिस लाइन से आगे , बेलूआ स्थित डोक नदी ओदरा घाट इत्यादि प्रमुख बड़ी संख्या में विभिन्न छठ घाटों पर यहा छठ पुजा के तीसरे दिन अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दी गयी।
अपराह्न ढ़ाई बजे से ही घाट पर पहुंचने के लिए छठ पूजा का डाला लेकर‌ घर से श्रद्धालु निकलते दीखें।पुलिस लाइन किशनगंज के करीब घोड़ा मरा, पश्चिम पाली घाट जाने के क्रम में रास्ते में विहिप जिला मंत्री, किशनगज के संजय सिंह माथे पर छठ पूजा का डाला लेकर मिलें और बताया कि पहले ही घाट पर डाला पहुंचना होता क्योंकि घाट पर पुजा की तैयारी में कुछ समय लगता है उन्होंने बताया कि घर से व्रती पीछे से आ रहें हैं।

वही आस्था उम्र नहीं देखती ,होंसला देती है और बुजुर्ग महिला व्रती छठ पूजा में दण्ड देकर घाट तक ससमय से रास्ते तय करने में जुटें हैं।
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में व्रतियों के द्वारा रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना और अर्य्घ दिया गया है।खास बात ये है कि व्रतियों के 36 घंटे के निर्जला उपवास में मात्र एक अटूट आस्था होती है। बस छठी मइया को घ्यान में रखते हुए उनके चेहरे पर जरा भी परेशानी का भाव नहीं देखा जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि धरती के मानव प्रत्यक्ष देवता सूर्य की उपासना को स्वपूजा के रूप में करती है । इस पूजा में कोई कर्मकाण्ड जैसी पुरोहित से पुजा नही करायी जाता है। वही सोमवार को लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के चौथे दिन सुबह उगते सूर्य की उपासना और उदीप्तमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के पश्चात छठ पूजा संपन्न होगी।
इस अवसर पर छठ घाट के व्यवस्थापकगण में प्रमुख मुन्ना सिंह, मनीष ठाकुर,देवेन मंडल इत्यादि अन्य प्रमुख मुस्तैद‌ रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *