सुबोध ,
किशनगंज 09 मई । बिहार के किशनगंज जिला में अक्षय तृतीया को होने वाले सभी बाल विवाह को रोकने के लिए कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के सहयोगी ग्यारह एनजीओ सक्रिय हुआ।
इस मामले में शहर के रूईधासा स्थित जन निर्माण केंद्र कार्यालय में जिला बाल संरक्षक इकाई के सहायक निदेशक रविशंकर तिवारी के अध्यक्षता में एनजीओ फोरम की चौथी बैठक आयोजित हुयी। इस बैठक में बाल विवाह जैसी कुप्रथा से जिले को मुक्त कराने की योजना पर विचार -विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया कि यहां के ग्यारह सभी गैर सरकारी संगठन आपस में समन्वय के साथ कार्य करेंगे।सभी संगठनों के प्रतिनिधि अपने -अपने कार्यों एक ब्योरा भी बैठक में प्रस्तुत किया।
बैठक के शुभारंभ में एनजीओ फ़ोरम मीटिंग में पीरामल फाउंडेशन के ज़िला लीड अश्विनी पटेल ने सभी एनजीओ के प्रतिनिधि का स्वागत करते हुए ऐसे अभिनव पहल और एकीकृत प्रयास के दिशा में जरूरी बताया।वही जन निर्माण केंद्र के निदेशक राकेश कुमार ने पीरामल फाउंडेशन के इस पहल की सहारना की । उन्होंने अपील कर गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि से कहा कि अक्षय तृतीया के दिन होने वाले सभी बाल विवाह को रोकने में एक साथ काम करें।किसी भी आगत सूचना पर अभिलम्ब ऐक्शन लेना है।
वही सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई रविशंकर तिवारी ने संगठनों के संयुक्त प्रयास को सराहा और कहा कि बाल विवाह जैसी कूप्रथा जड़ से समाप्त होनी चाहिए।
बैठक में पीरामल फाउंडेशन से गूगल रीड अलोंग, मेरा योगदान ऐप और गांधी फेलो द्वारा पीरामल फाउंडेशन के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए सभी प्रतिभागियों को गांधी फेलोशिप के बारे में बताया। उन्होंने गांधी फैलोशिप का उद्देश्य, गांधी फेलोशिप में आवेदन करने की प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया इत्यादि के लिए विस्तार से चर्चा की गई।
इस बैठक में पीरामल फाउंडेशन के सैयद मोख़्तर मोहनीश और निशांत कुमार ,जननिर्माण केंद्र के लीगल सलाहकार पंकज कुमार, मुजाहिदीन ,बिपिन बिहारी , दिया फाउंडेशन के आमिर सोहेल, विभा ट्रस्ट के सुंदर प्रसाद ,चाइल्ड हेल्प लाइन के मनोज कुमार , प्रोजेक्ट पोटीनियल के सुशीला मूर्मू,ट्विंकल शेख़ , स्पेशल कॉल फॉर वोमेन से लता कुमारी उपस्थित रहे।