नवराष्ट्र नेशनल मीडिया ब्यूरो
नई दिल्लीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज शनिवार को कोकरनाग मुठभेड़ मामले में दो आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया है। मामले में जम्मू स्थित विशेष एनआईए न्यायालय में दायर आरोप-पत्र में मोहम्मद अकबर डार व गुलाम नबी डार को नामित किया गया है। ये दोनों कोकरनाग के निवासी बताए गए हैं। इन्हें भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं, शस्त्र अधिनियम की धाराओं व गैरकानूनी गतिविधि प्रतिरोध अधिनियम की धाराओं में आरोपित किया गया है।
RC-04/2023/NIA/JMU मामला गुरी नाड़ जंगल के हलपोरा कोकरनाग में हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलों की ओर से आतंकी उजैर खान को मार गिराया गया था। खान टीआरएफ (दी रेजिस्टेंस फोर्स) का सदस्य था। यह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक हिस्सा है।
खान अगस्त 2022 में लश्कर का सदस्य बना था। वह अनंतनाग क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा था। इसमें उसे पाकिस्तानी आतंकी सहयोग कर रहे थे। वह कोकरनाग क्षेत्र में घटित कई आतंकी घटनाओं में शामिल था। पूर्व में वह दो मौकों पर सुरक्षा बलों के चंगुल से बच निकला था।
मामले के अनुसंधान में उजागर हुआ कि मोहम्मद डार व गुलाम नबी डार उजैर खान के लिए जम्मू-कश्मीर में ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में काम कर रहा था। ये दोनों उजैर को उस इलाके के बारे में जानकारी मुहैया करवा रहे थे। इसमें सुरक्षा बलों के मूवमेंट के बारे में जानकारी आदि शामिल था।
साथ ही आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट जैसे भोजन व अन्य नित जरूरत के सामन मुहैया करवा रहे थे। ये दोनों आतंकियों को शरणगाह भी मुहैया करवा रहे थे।
गौरतलब है कि लश्कर-ए-तैयबा व टीआरएफ दोनों प्रतिबंधित आतंकी संगठन हैं और इन क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहते हैं। लश्कर एक बड़ा आतंकी संगठन है जिसका गठन 1990 के दौरान किया गया था। इसके कई अनुषांगिक संगठन जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे हैं। ये दोनों संगठन सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे ट्विटर, टेलीग्राम व यूट्यूब पर सक्रिय हैं।
उक्त मामले पूर्व में कोकरनाग व अनंतनाग में स्थानीय पुलिस की ओर से 13 सितंबर 2023 को दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए की ओर से पांच दिसंबर को पुनः दर्ज किया गया।