लालू यादव पर फिर लटकी गिरफ्तारी की तलवार,
कोर्ट ने कल ही जारी किया अरेस्ट वारंट,
26 साल से फरार चल रहे थे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री
गिरफ्तारी से बचने के लिए लालू ने बीती रात से ही कई वरिष्ठ विधि वेताओं से ली है राय
अगले दो दिनों के अंदर कोर्ट के समक्ष लगा सकते हैं हाजरी

कोर्ट से कर सकते हैं जमानत की प्रार्थना

विश्वपति

नव राष्ट्र मीडिया

पटना ।
आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर संकट एक बार फिर बढ़ गया है। पशुपालन घोटाले में लंबे समय तक रांची में जेल की सजा काट आए लालू प्रसाद पर इस बार ग्वालियर की अदालत ने नया संकट खड़ा कर दिया है। उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया है। हालांकि सूचना मिलने के बाद लालू प्रसाद ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं को बुलाकर आज इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार विमर्श किया तथा कानूनी पहलुओं की राय ली ।

वेसे ग्वालियर एमपी-एमएलए कोर्ट से लालू यादव के गिरफ्तारी का वारंट जारी होने की खबर मिलते ही राजद खेमे में हलचल मच गई । करीब 26 साल पुराने हथियारों के खरीद-फरोख्त मामले में लालू यादव की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। पुलिस के रिकार्ड में लालू यादव फरार चल रहे थे। 1998 में ग्वालियर कोर्ट ने लालू यादव को फरार घोषित किया था।
पूरा मामला यूपी की फर्म के संचालक राजकुमार शर्मा के हथियार खरीद फरोख्त से जुड़ा हुआ है। राजकुमार शर्मा ने ग्वालियर में फर्जीवाड़ा कर हथियार और कारतूस खरीदकर बिहार में बेच दिये थे, उस समय लालू यादव को भी हथियार बेचे गए थे। इस मामले में कुल 22 आरोपी बनाये गए थे, लालू यादव समेत 14 आरोपी इस मामले में फरार है और 6 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में सुनवाई चल रही है जबकि दो आरोपी की मृत्यु हो चुकी है।
इस मामले में आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव आरोपी है या नहीं है , इसको लेकर कुछ भ्रम था। दस्तावेजों में आरोपी लालू प्रसाद के पिता का नाम कुंद्रिका सिंह लिखा है। वहीं, राजद नेता लालू प्रसाद के पिता का नाम कुंदन राय है। लालू प्रसाद के पिता का नाम सिर्फ फरारी पंचनामे में लिखा है। हालांकि, पूर्व सांसद और विधायक लालू प्रसाद यादव का जिक्र होने से यह भ्रम समाप्त हुआ और इसके बाद केस एमपी-एमएलए कोर्ट में गया है।

अब पुलिस ने कह दिया है कि इस केस में जो आरोपी लालू प्रसाद यादव हैं , वे कोई और नहीं बल्कि राजद नेता और बिहार के पूर्व सीएम ही हैं। इसी आधार पर उन्हें आरोपी बनाकर गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। पुलिस ने पूरी जांच के बाद ही लालू प्रसाद यादव को आरोपी बनाया है। यह केस एमपी-एमएलए कोर्ट को ट्रांसफर हुआ था। स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी कर लालू प्रसाद यादव को एमपी एमएलए कोर्ट ने तलब किया है।

इधर, पटना में वारंट की खबर मिलते ही लालू परिवार में भी खलबली मच गई । लालू प्रसाद ने आनन फानन में पटना के कई सीनियर एडवोकेट को बुलाकर इस मामले में विचार विमर्श किया। उम्मीद की जाती है कि वह बहुत जल्द ग्वालियर के कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से उपस्थित होंगे। कोर्ट को बताया जाएगा कि उनकी चिकित्सा चल रही है और वह काफी बीमार हैं। साथ ही कोर्ट से जमानत की भी प्रार्थना की जाएगी। देखना है लोकसभा चुनाव के इस दौर में कोर्ट उनकी प्रार्थना पर सकारात्मक ढंग से सुनवाई करता है या नहीं। इधर पप्पू यादव के समर्थकों ने भी नया दावा किया ।उन्होंने कहा कि पप्पू यादव को पूर्णिया से टिकट नहीं देने के कारण पप्पू यादव की बद्दुआ लालू जी को लग गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *