लालू का आडियो वायरल होने से मचा बवाल , पहले ही लालू यादव का मोबाइल नंबर वायरल हो गया था
विजय शंकर
पटना । पीरपैंती के विधायक ललन पासवान से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रांची के जेल से बात की थी और कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी को वोट देकर विजय बनाओ, हम तुम्हें मंत्री बना देंगे । अगर वोट नहीं दे सकते तो एब्सेंट हो जाओ, कोरोना का बहाना बना लो और सदन में मत जाओ । लालू यादव ने फोन से जो ललन पासवान को समझाया उसमें लालू ने कहा, पासवान जी हम जानते हैं आपको, आपको हम मंत्री बना देंगे हमको मदद कर दीजिए । इस पर पासवान ने जवाब दिया कि हम पार्टी के सिपाही हैं कैसे धोखा कर सकते हैं । इस पर लालू यादव ने समझाया कि मंत्री बना देंगे पासवान जी, आप एब्सेंट हो जाइए । आप कह दीजिए कोरोना हो गया है ,नहीं आ सकते । इस पर ललन पासवान ने कहा, अच्छा सर देखते हैं । हां ठीक है , एब्सेंट हो जाइए ।
बातें खत्म हो गई पर लालू प्रसाद यादव का मोबाइल फोन का ऑडियो तेजी से वायरल हो गया है । पिरर्पैती के विधायक ललन पासवान से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रांची के जेल से कल बात की थी । लालू प्रसाद का आडियो वायरल होने से पहले लालू यादव का मोबाइल नंबर वायरल हो गया था जिससे लालू यादव जेल से सीधे बातचीत कर रहे थे और विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में एनडीए को पराजित कर नीतीश को हार का सामना कराना चाहते थे ।
विधान सभा अध्यक्ष के चुनाव से पहले लालू यादव ने जेल से और कई अतिपिछडे व दलित विधायकों से बात की थी, ऐसी चर्चा है । साथ ही तेजस्वी यादव ने भी संवाददाता सम्मलेन करके सीधे तौर पर विधायकों से अपील की थी वे पार्टी देखकर नहीं बल्कि उम्मीदवार की योग्यता व समझ देखकर विधानसभा अध्यक्ष का चयन करें । जिस मोबाइल नंबर से लालू यादव बातचीत कर रहे थे वह मोबाइल नम्बर कल ही पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर वायरल कर दिया था ।
इतना ही नहीं कल देर रात विधान सभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर वाम दलों ने व्हिप जारी कर अपने सभी सदस्यों से महागठबंधन के उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी को वोट देने का सख्त आदेश जारी किया था । कांग्रेस और राजद की ओर से व्हिप तो जारी नहीं किया गया मगर सदस्यों को बांधकर रखने की जरुर कोशिश रखी गयी । महागठबंधन के लोगों ने एआईएमआईएम के भी सभी विधायकों से समर्थन मांग की है और उनकी सहमती भी मिल गयी है लेकिन यह जरुर कहा गया है कि विधान सभा अध्यक्ष का चुनाव वोटिंग से नहीं बल्कि सर्व सम्मति से होना चाहिए ।