विजय शंकर
पटना । राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ममता बनर्जी ने दस साल में पश्चिम बंगाल को एक तरफ उद्योगों का कब्रिस्तान बना कर बेरोजगारी बढायी, रोहिंग्या सहित अन्य घुसपैठियों को बसा कर स्थानीय लोगों की रोटी और संस्कृति छीनी और दूसरी ओर चिटफंड घोटाला, कोयला घोटाला और कमीशनखोरी का राजनीतिकरण कर राज्य को उसी हाल में पहुँचा दिया, जिस हाल में लालू-राबड़ी राज में बिहार पड़ा था।
ममता और लालू प्रसाद की राजनीति एक है, इसीलिए राजद पड़ोसी राज्य में बसे लाखों बिहारियों की चिंता किये बिना आँख मूँद कर टीमएमसी का समर्थन कर रहा है। बिहार में जैसा परिवर्तन 2005 में उससे बड़ा बदलाव बंगाल में होगा। बंगाल में खेला नहीं, पोरिबर्तन होबे।
सुशील मोदी ने कहा कि जिस टीएमसी सरकार ने बंगाल के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के सालाना 6 हजार रुपये नहीं लेने दिये, वह अपने घोषणापत्र में उन्हें 10 हजार रुपये सालाना देने का वादा कर रही है।
जिस ममता बनर्जी ने टाटा जैसे सम्मानित निवेशक को नैनो कार प्लांट नहीं लगाने दिया , वह अगले पांच साल में 5 लाख करोड़ के नये निवेश और 10 लाख फैक्ट्री लगाने की बात कह रही हैं। टीएमसी का घोषणापत्र भी झूठ का पुलिंदा है।