नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं लेना चाहिए नीतीश को
विजय शंकर
पटना । लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज कहा कि हारकर भी वो जीत गए हैं क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हराने के लिए वे चुनावी मैदान में अलग होकर लड़े थे जिसमें उन्हें सफलता मिल गयी है । हालाँकि इस सोच के कारण उनके उम्मीदवार नीतीश कुमार के आगे टिक नहीं सके और उनके सभी उम्मीदवार एक को छोड़कर हार गए हैं । उन्हें हार का कोई अफ़सोस नहीं मगर नीतीश कुमार की सीटें घटाने में मिली सफलता के लिए ख़ुशी जरुर है ।
उल्लेखनीय है कि लोजपा को मात्र एक सीट बेगुसराय जिले की मटिहानी सीट मिली है वह भी मात्र 333 वोटों के जीत के अंतर से । इस सीट पर लगातार बोगो सिंह उर्फ़ नरेन्द्र सिंह जीत रहे थे और इस बार भी जदयू के टिकट पर सामने थे । यह सफलता राजकुमार सिंह के कारण लोजपा को मिली है ।
लोक जनशक्ति पार्टी के बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नैतिकता की बात हमेशा कहते हैं । आज जनता दल यू जिस तरीके से 43 सीटों पर सिमट गई है और भारतीय जनता पार्टी 74 सीट लाकर एनडीए का बड़ा घटक दल बन गई है तो क्या नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार को खुद के बदले भारतीय जनता पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलानी चाहिए नीतीश कुमार को ।