पटना उच्च न्यायालय ने आज देर रात मधुबनी की घटना पर सुनवाई, कहा-न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर आक्रमण
विजय शंकर
पटना : पटना उच्च न्यायालय ने आज देर रात मधुबनी की घटना पर सुनवाई की और इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर आक्रमण बताया । हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव,पुलिस महा निदेशक,गृह सचिव और मधुबनी के एसपी को २९ नवंबर को तलब किया है
न्यायमूर्ति राजन गुप्ता और मोहित कुमार की बेंच ने मधुबनी के ज़िला न्यायधीश के रिपोर्ट पढ़ने के बाद कहा की एक अप्रत्याशित और दुखद घटना हुई जिसमे जज को पुलिस ने कोर्ट मै सर्विस रिवॉल्वर से मारा है और पेशकर से भी मारपीट की ।
कोर्ट मै सुनवाई के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक उपस्थित रहे ।
कोर्ट ने मुख्य सचिव,पुलिस महा निदेशक,गृह सचिव और मधुबनी के एसपी को २९ नवंबर को तलब किया है
न्यायमूर्ति राजन गुप्ता और मोहित कुमार की बेंच ने मधुबनी के ज़िला न्यायधीश के रिपोर्ट पढ़ने के बाद कहा की एक अप्रत्याशित और दुखद घटना हुई जिसमे जज को पुलिस ने कोर्ट मै सर्विस रिवॉल्वर से मारा है और पेशकर से भी मारपीट की ।
कोर्ट मै सुनवाई के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक उपस्थित रहे ।
कोर्ट ने मुख्य सचिव,पुलिस महा निदेशक,गृह सचिव और मधुबनी के एसपी को २९ नवंबर को तलब किया है
उल्लेखनीय है कि बिहार के मधुबनी में गुरुवार को एक थानेदार और दारोगा ने जज पर ही पिस्टल तान दिया। यही नही बचाव करने पर जज के पेशकार की बुरी तरह पिटाई कर दी गई। यह सब तब हुआ जब जज साहब कोर्ट में एक अन्य मामले की सुनवाई कर रहे थे। घटना है मधुबनी जिले के झंझारपुर की । घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शी वकीलों ने बताया कि आज दोपहर उन्होंने एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में शोर शराबा होते सुना. मारपीट औऱ गालीगलौज की आवाज सुनकर वकील जज साहब के चेंबर की ओर दौड़े. उन्होंने देखा कि दो वर्दीधारी हाथों में पिस्टल लिये भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं औऱ मारपीट कर रहे हैं । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ये वाकया दिन के लगभग सवा दो बजे की है । वकील कोर्ट का काम कर रहे थे, अचानक दो पुलिस पदाधिकारी कोर्ट में घुसे. उनमें से एक घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण और एक एएसआई अभिमन्यु कुमार था । ये दोनों अचानक से सीधे एडीजे अविनाश कुमार के कक्ष में घुस गये और घुसते ही गाली-गलौज करना शुरू कर दिया । चेंबर में घुसते ही दोनों ने जज को कहा कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी कि हमें तलब कर लिया. । तुमको हम एडीजे नहीं मानते। वकील ने बताया कि गाली देते हुए दोनों पुलिसकर्मियों ने जज के साथ मारपीट शुरू कर दी । थानेदार कह रहा था कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी एसपी के खिलाफ लिखने की ।
आपको बता दे कि कुछ दिन पूर्व एक मामले की सुनवाई करते हुए एडीजे अविनाश कुमार ने मधुबनी एसपी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें कानून का ज्ञान नही है उन्हें ट्रेनिंग में भेजने की जरूरत है।