कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में कुछ महीने ही बचे हैं। बीजेपी बंगाल में जहां ममता बनर्जी का किला ढहाने की जुगत में है, वहीं मुख्यमंत्री ममता एक बार फिर से जीत दर्ज करने का दावा कर रही हैं । ममता बनर्जी ने एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री का आरोप है कि बीजेपी एआईएमआईएम को पैसे देकर अल्पसंख्यक वोट बंटवा रही है। सर्वे के मुताबिक, 2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में 27.01 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की है ।
ममता बनर्जी ने बंगाल के जलपाईगुड़ी में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”अल्पसंख्यकों के वोटों को विभाजित करने के लिए उन्होंने (बीजेपी) हैदराबाद की एक पार्टी (एआईएमआईएम) को पकड़ा है। बीजेपी उन्हें पैसे देती है और वे वोटों को बांटने का काम करते हैं। बिहार चुनाव में यह देखा भी गया है।” इसके अलावा, ममता बनर्जी ने बीजेपी को सबसे बड़ा चोर बताया। उन्होंने कहा, ”बीजेपी से बड़ा कोई चोर नहीं है। वे चंबल के डकैत हैं। उन्होंने 2014, 2016 और 2019 के चुनावों में कहा कि सात चाय बागान दोबारा खोले जाएंगे और केंद्र सरकार उनका अधिग्रहण करेगी। वे अब नौकरी के वादे कर रहे हैं। वे ठग रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यक वोट बड़ी संख्या में हैं। ये वोट किसी भी चुनाव का रुख मोड़ने में कामयाब हो सकते हैं। भाजपा और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की संस्था आई-पैक द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक, 2011 की जनगणना के अनुसार पश्चिम बंगाल में 27.01 प्रतिशत आबादी मुस्लिमों की है और राज्य के 294 विधानसभा क्षेत्रों में से 120 पर इनकी भूमिका बेहद अहम है। पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद, मालदा और उत्तर दिनाजपुर जैसे जिलों में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक आबादी है ।