बंगाल ब्यूरो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार हर संभव कदम उठा रही है। अब महज दो महीने के भीतर प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधी मेधा सूची जारी की गई है जो अपने आप में अद्वितीय है। 2011 में जब से ममता बनर्जी की सरकार बनी है तब से लेकर आज तक कोई भी शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम 2 से 3 साल का वक्त लगा है। लेकिन इस बार प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की मेधा सूची महज चंद दिनों के अंदर प्रकाशित होने के बाद राज्य सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए 15,284 उम्मीदवारों की मेधा सूची जारी की है। चुनाव के पहले नियुक्ति के लिए मेधा सूची जारी करना राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बता दें कि 11 दिसंबर को सीएम ममता बनर्जी ने नबान्न से 16,500 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी। उसके बाद पैनल का गठन किया गया था। उसके बाद 23 दिसंबर को अधिसूचना जारी की गई थी।
प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए 15,284 उम्मीदवारों की मेधा सूची जारी की है।
इस नियुक्ति के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया पिछले 10 से 16 जनवरी तक चली थी। पहली मेरिट सूची एक महीने के भीतर प्रकाशित की गई। हालांकि, 16,500 रिक्तियों में से 15,264 पद वर्तमान में भरे जाएंगे। विभिन्न कानूनी जटिलताओं के कारण, शेष 1216 पद वर्तमान में नहीं भरे जा रहे हैं। बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, भर्ती से जुड़े कई मामले हो चुके हैं। इस बाबत कलकत्ता उच्च न्यायालय के भी कई निर्देश है। उन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए पहली मेरिट सूची से 1216 पदों पर भर्ती स्थगित की जा रही है। मेरिट लिस्ट देखने के लिए wbbpe.org और wbbprimaryeducation.org पर लॉग ऑन कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 2015 में ही पश्चिम बंगाल सरकार ने प्राथमिक शिक्षकों की पात्रता परीक्षा ली थी लेकिन अभी उनकी भी नियुक्ति नहीं हो सकी है। इसीलिए नई नियुक्ति के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका लगी थी जिसके बाद कोर्ट ने निर्देश दिया है कि उस समय जिन्होंने मेधा तालिका में जगह बनाई थी उनकी नियुक्ति के बारे में अंतिम निर्णय लेने के बाद ही नई नियुक्ति हो सकेगी। इसलिए कुछ पदों को फिलहाल रिक्त रखा गया है।