तृणमूल 10-11 जुलाई को देगी धरना, केंद्र चुप क्यों
बंगाल ब्यूरो
कोलकाता । कोलकाता में भी पेट्रोल की कीमत करीब 100 रुपये का आंकड़ा छू लिया है। सोमवार को कोलकाता में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 99.90 रुपये रही, जबकि डीजल 92.27 रुपये प्रति लीटर बिक्री हो रही है। तृणमूल ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने की घोषणा की है। 10 और 11 जुलाई को पूरे राज्य में धरना-प्रदर्शन होगा। दूसरी ओर, पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है और पेट्रोल और डीजल के मद में लिए जा रहे कर में कमी की मांग की है।
तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि प्रत्येक दिन पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि हो रही है, लेकिन केंद्र सरकार चुप बैठी हैं। पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में वृद्धि का जीवन के हर क्षेत्र में प्रभाव पड़ रहा है। प्रतिदिन की वस्तुएं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसके खिलाफ 10 और 11 जुलाई को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ब्लॉक और टाऊन में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते धरना दिया जाएगा।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ईंधन खुदरा विक्रेता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी उछाल के विरोध में सात जुलाई को 30 मिनट के लिए पेट्रोल पंप बंद रखेंगे। पश्चिम बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रसेनजीत सेन ने कहा कि कीमतों में तेज उछाल से राज्य में ईंधन की बिक्री में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा, ‘‘शहर में पेट्रोल की कीमत कभी भी 100 रुपये तक पहुंच जाएगी। इस तेज उछाल का विरोध करने के लिए हम सभी पेट्रोल पंपों में बिजली बंद कर देंगे और बुधवार को शाम सात बजे से शाम 7.30 बजे के बीच ‘नो सेल’ (ईंधन की बिक्री नहीं) का पालन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के दौरान निजी वाहनों की संख्या में वृद्धि के बावजूद पेट्रोल की बिक्री में 25-30 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि का तृणमूल लगातार विरोध कर रही है। ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। तृणमूल युवा कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि के खिलाफ राज्य भर में प्रदर्शन के कार्यक्रम की घोषणा की है। राज्य के विभिन्न इलाकों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।