जनता दरबार में नाराज हुए सीएम नीतीश, एक फरियादी पर भड़के, बोले- प्रवचन काहे दे रहे हैं, काम बोलिए
न्यूज ब्यूरो
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को लोक शिकायतों का तांता लगा रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंचे।
अधिकतर फरियाद अफसरों की लापरवाही भ्रष्टाचार से संबंधित थी। फरियादियों ने विभिन्न विभागों में लंबित आवेदन का हवाला देते हुए कहा कि किस प्रकार अफसरशाही और निचले स्तर के कर्मचारी पैसे के लिए उन्हें महीनों से दौड़ा रहे, टहला रहे हैं।
इस दौरान पूर्णिया के बायसी अनुमंडल से आए फरियादी महफूज आलम की बात सुन सीएम को गुस्सा आ गया। फरियादी की पूरी बात सुने बिना ही सीएम ने कहा कि, प्रवचन काहे दे रहे हैं। उसके बाद सीएम नीतीश ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया।
बता दे की सीएम के जनता दरबार में आए फरियादी ने सीएम को अपना परिचय देते हुए कहा कि, हमारे गांव से पांच नदियां बहती हैं। ये सुनते ही सीएम ने कहा कि, क्या हम एक बार देखे हैं। हमको क्यों ये सब प्रवचन दे रहे हैं। इतना कहकर सीएम ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं। मुख्यमंत्री ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं।
कई फरियादियों ने अपने इलाके में समय पर राशन नहीं मिल रहे तथा ग्रामीण विकास से जुड़ी अन्य समस्याओं की भी जानकारी दी। मनरेगा कार्य में काम नहीं मिलने, काम करने के बाद भी महीनों तक मजदूरी का भुगतान नहीं होने आदि कई प्रकार की जानकारी दी है।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने इन सभी मामलों पर तुरंत संज्ञान लिया और संबंधित अफसरों को फोन लगाकर तथा वहां के जिलाधिकारियों को इस तरह के मामले को तुरंत हल करने का सख्त निर्देश भी जारी किया।