संजय श्रीवास्तव
आरा। आज आरा नगर निगम में साधारण बोर्ड की बैठक में पहली बार नगर निगम में आरा सांसद सुदामा प्रसाद , आरा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह , आरा बक्सर एमएलसी राधाचरण साह बैठक में शामिल हुए। जिसकी अध्यक्षता आरा नगर निगम की महापौर इंदु देवी ने किया। जिसमें नगर निगम के नगर आयुक्त निरोज कुमार भगत पर जमकर वार्ड पार्षदों ने एक साथ सांसद, एमएलसी, विधायक से उनके तबादला को लेकर विधानसभा, लोकसभा में आवाज उठाने की बात कही गई। नगर निगम में साधारण बोर्ड की बैठक में गत बैठक के कार्यवाही की संपुष्टि की गई। मुख्य एजेंडा में शहर के दुकानदारों का किराया पर विचार किया गया, जिसमें अप्रैल 24 से पहले का एरियर माफ कर दिया जाएगा। इस साल के अप्रैल 24 से हर 3 साल पर 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। इस योजनाओं पर विचार विमर्श में आरा संसद द्वारा वित्तीय वर्ष 23-24 और 24- 25 का लेखा जोखा किस वार्ड में कितना योजना गया और उसका हिसाब माँगा गया किस वार्ड में कितना योजना दिया गया, जिला परिषद की तरह नगर निगम में भी योजना लाने का प्रस्ताव सुदामा प्रसाद के द्वारा दिया गया। जैसा की जिला परिषद में हर एक वार्ड में दो-दो करोड़ रूपया देने का प्रस्ताव रखा गया। आरा नगर निगम में मुख्य नगर अभियंता की मांग पर विचार विमर्श किया गया, जिसमें आरा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जल्द से जल्द आरा नगर निगम में मुख्य नगर अभियंता को बहाल किया जाएगा। आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि देश का पहला नागरिक राष्ट्रपति राज्यपाल के बाद महापौर होती हैं जिसमें नगर आयुक्त को जमकर फटकार लगाया और कहा कि आप लोग संविधान के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा की आरा नगर निगम में दुर्गा पूजा के पहले 45 वार्ड में लाइट को बनना चाहिए, जिसमें नगर निगम से बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। बुडको के द्वारा पूर्व में जीरो माइल से लख तक नाला बना था, जिसमें उसे मौखिक रूप से एक अधिकारी ने रोक लगा दी गई थी, जिसमें तत्काल रूप से उसे बुडको के द्वारा रोक लगा दी गई है। जिसमें पूर्व की भांति उसे बनाया जाएगा। आरा नगर निगम में तीन चक्का का ट्राई साइकिल खरीदने का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें हर नाली गली में व ट्राई साइकिल चला जाएगा और साफ सफाई बेहतर हो सके, जिसमें जेम पोर्टल से खरीदने का प्रस्ताव दिया गया।
वार्ड पार्षद गायत्री देवी ने कहा कि स्टेशन के समीप वर्ष 2007 से कई दुकानदारों का दुकान आवंटन नहीं दिया गया जिस पर विचार विमर्श करके नई जगह खोज कर उन लोगों को पुनः नया दुकान देने का प्रस्ताव दिया गया । निगम कार्यालय में ही राशन कार्ड, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, वृद्धा पेंशन बनाने का प्रस्ताव रखा गया