साईं नगर दिलबाग नगर एवं डूंडा सिवनी महिला मंडलों के तत्वाधान में हो रहा आयोजन

Yogesh suryawanshi 25 अक्टूबर, शनिवार
सिवनी/डूंडा सिवनी : नगर के कबीर वार्ड डूंडासिवनी स्थित केंद्रीय विद्यालय के समीप साईं नगर–दिलबाग नगर में क्षेत्र की समस्त महिला मंडलों — साईं नगर, दिलबाग नगर एवं डूंडासिवनी — के तत्वावधान में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का दूसरा दिवस शनिवार को श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कथा व्यास पंडित दिनेश मिश्रा ने श्रीमद् भागवत महापुराण के दिव्य प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि “श्रीमद्भागवत साक्षात नारायण का स्वरूप है, जो मोक्ष प्रदान करने वाली है।”
उन्होंने आगे कहा कि “सत्य में ही राम, कृष्ण और शिव का वास है, इसी कारण इसे सत्यम् शिवम् सुन्दरम् कहा गया है।”
पंडित मिश्रा ने बताया कि परिवार का पालन-पोषण करना भी धर्म है, परंतु प्रत्येक श्वास में प्रभु का स्मरण ही मानव जीवन का परम धर्म है। कथा में भगवान के 24 अवतारों, व्यास जी, शुकदेव जी, राजा परीक्षित, कुंती स्तुति तथा वराह अवतार की दिव्य लीलाओं का वर्णन किया गया।
उन्होंने कहा कि जन्म-जन्मांतर और युग-युगांतर में जब पुण्य का उदय होता है, तभी ऐसे अनुष्ठान संपन्न होते हैं। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से पापी भी पापमुक्त हो जाते हैं। वेदों का सार युगों से मानव जाति तक पहुंचता रहा है, और भागवत महापुराण वही सनातन ज्ञान प्रवाह है जो वेदों से प्रवाहित होता आया है।
कथा के दौरान उन्होंने युद्ध प्रसंग में गुरु द्रोण के मारे जाने पर अश्वत्थामा द्वारा पांडवों पर ब्रह्मास्त्र चलाने की कथा का भी वर्णन किया।
