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yogesh suryawanshi 12 जुलाई, शनिवार
सिवनी/छिंदवाड़ा चौक : सिवनी शहर के बीचों बीच स्थित विख्यात शासकीय तिलक हाई स्कूल की दीवार गिरने की घटना ने जिले की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सौभाग्यवश इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह हादसा स्कूल की जर्जर स्थिति और लापरवाही को उजागर करता है।
एक ओर जहां जिला कलेक्टर मैडम के प्रयासों से जनसहयोग द्वारा कई शासकीय स्कूलों में डेस्क-बेंच की व्यवस्था की जा रही है, वहीं दूसरी ओर शहर का यह ऐतिहासिक स्कूल बुनियादी सुविधाओं और सुरक्षा के अभाव से जूझ रहा है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस स्कूल की हालत लंबे समय से खराब है, लेकिन न तो जनप्रतिनिधियों ने इस पर ध्यान दिया और न ही शिक्षा विभाग ने कोई ठोस कदम उठाया। जनप्रतिनिधियों की इस ओर अनदेखी सवालों के घेरे में है।
हालांकि, सिवनी के जागरूक नागरिकों ने इस विषय को गंभीरता से लिया है और जल्द ही इस मामले को जिला प्रशासन के संज्ञान में लाने की बात कही है। आम जन की अपेक्षा है कि शासकीय तिलक स्कूल को मरम्मत व संसाधनों के माध्यम से फिर से मजबूत किया जाए।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गंभीर विषय पर क्या कार्यवाही करते हैं।
इनका कहना है कि – शिक्रचंद प्राइमरी स्कूल की दीवार गिरी है। डाइट कोड अलग है, एच एम से बात करें – प्रभारी प्राचार्य जी पी साकुरे
(2) शिखरचंद प्राइमरी स्कूल की दीवार 7 जुलाई को तेज बारिश होने से गिरी है जिसकी लिखित आवेदन दिया एवं नगर पालिका को डिस्मेंटल मलमा हटाने के लिए बताया गया है एच एम कृष्णा साहू

