मोबाइल में व्यस्त रहने व लापरवाह शिक्षको को हटाने की मांग पर अड़े थे अभिभावक,

शिक्षा विभाग की लापरवाही, डेढ़ माह बाद दो शिक्षक निलंबित

ग्राम पंचायत परतापुर की दमझिर प्राथमिक शाला का मामला

Yogesh suryawanshi 19 नवम्बर, मंगलवार

सिवनी/कुरई : आदिवासी बाहुल्य विकास खंड कुरई के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत परतापुर के उन्नयन प्राथमिक शाला दमझिर फैजपुर में एक मामला सामने आया था। ग्रामीणों ने बताया कि इस स्कूल में दो नियमित टीचर है एवं कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक 10 बच्चे अध्यनरत है। इस स्कूल में बच्चों को नियमित दिया जाने वाला मध्यान्ह भोजन सत्र प्रारंभ होने से अभी तक नहीं दिया जा रहा है। अब तो आलम यह है कि, गुरुजी अपने घर से खुद दो-तीन टिफिन का डिब्बा में चावल घर से लेकर आते हैं तथा बच्चों को घर से सब्जी लाने को कहते हैं एवं खाना पूर्ति कर थोड़ा-थोड़ा चावल बच्चों को दे देते हैं। इस तरह घर की सब्जी से मध्यान्ह भोजन का संचालन किया जा रहा है। एवं विद्यार्थियों को कुएं के पानी बुलाकर जान में जोखिम कार्य करने अभिभावकों के द्वारा अध्यापन कार्य में रुचि ना लेना शिक्षकों के द्वारा मोबाइल पर व्यस्त रहना जिसकी जिसकी शिकायत अभिभावकों के द्वारा शिकायत आदिवासी आयुक्त सिवनी ,बीआर कुरई ,जन शिक्षक केंद्र ,संकुल केंद्र को शिकायत की गई थी। आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई 19 नवंबर तक बच्चे स्कूल नहीं गए लेकिन विभागीय अधिकारियों ने 18 नवंबर को डेढ़ माह के बाद कार्यवाही करते हुए लापरवाह शिक्षक अमर सिंह उइके एवं मुनेश गेडाम प्राथमिक शिक्षक को दोषी मानते हुए उक्त कृत्य मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण 1965 के नियम तीन एक सामान्य एक दो तीन के प्रतिकूल है अतः अमर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया निलंबन कार्य अवधि में प्राथमिक शिक्षक का मुख्यालय कार्यालय विकासखंड अधिकारी छपारा नियत किया गया है निलंबनकाल अवधि में शिक्षकों को निलंबन कार्य अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।

मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोइये ने पूछा कि मध्यान्ह भोजन कब से प्रारंभ करना है तो प्रधान पाठक ने कहा कि स्कूल में मध्यान भोजन बंद कर दिया गया है। रसोइयों की महिलाओं से कहा जाता है कि अगर मध्यान भोजन बनाना ही है तो सब्जी भाजी हर सामान का सील लगा बिल लाकर देना होगा।

31 अक्टूबर से आज दिनांक तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की है। कार्रवाई न होने से 1 अक्टूबर से आज दिन तक बच्चे शाला नहीं जा रहे हैं।

पालको ने जताई आपत्ति,

शिकायतकर्ता तीज कुमार इनवाती पीटीए अध्यक्ष, विशन लाल परते, अजय कुमार मेश्राम, विजय कुमार मेश्राम, रमेश मर्सकोले, छत्रपति मर्सकोले रसोईया, मीना बाई महिला समूह, रेखा इनवाती सहित ग्राम के अनेक पालको आपत्ति जताई।

आक्रोशित ग्राम के पालकों ने बच्चों को शाला नहीं भेजने का निर्णय लिया है। शाला में सिर्फ शिक्षक के अलावा कोई भी छात्र स्कूल नहीं जा रहें है। बालकों एवं पालकों ने कहा कि जब तक दोनों शिक्षक को नहीं हटा दिया जाता। तब तक हम इस विद्यालय में बच्चों को शाला नहीं भेजेंगे किसी की शिकायत पालकों द्वारा जन शिक्षक बीआरसी व अन्य अधिकारियों को की जाती है तो शिक्षक कहते हैं कि यह सब छोटे अधिकारी हैं ये हमारा कुछ नहीं कर सकते जाओ कलेक्टर से हमारी शिकायत कर दो। ऐसे शिक्षकों को तत्काल हटाकर अन्य दूसरे शिक्षकों भेजा जाए जिससे हमारे बच्चों का अध्ययन कार्य सुचारू रूप से हो सके।

इनका कहना है – जानकारी पूछने पर बोले एक ही विभाग नहीं ओर भी हे मेरे पास,
दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया एक दो दिन में दूसरे शिक्षक पहुंच जाएंगे।
सहायक आयुक्त एस आर मरावी

2, बी आर सी की लापरवाही – कार्यक्रम में व्यस्त हू बाद में बात करते हैं और फोन कट कर दिया- प्रभु दयाल नाग बी आर सी कुरई

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