भक्ति और उत्सव का संगम: मातारानी के फेरे और मांग भरते दृश्य ने भक्तों को किया मंत्रमुग्ध।
भव्य झांकी में जीवन्त प्रस्तुति: 25वें नवरात्रि पर्व में समिति ने पेश किया अनोखा नाटकात्मक दृश्य।
कालका मठ ने शरद पूर्णिमा पर समिति को लगातार दूसरे वर्ष सम्मानित कर समिति को प्रथम पुरस्कार दिया।
दानदाताओं और सदस्यों का योगदान: समिति ने सभी सहयोगियों को शाल और श्रीफल से किया सम्मानित।
Yogesh suryawanshi 09 अक्टूबर, गुरुवार
सिवनी : शिव की नगरी में

नवरात्रि पर्व के अवसर पर छिंदवाड़ा रोड स्थित नागेश्वर दुर्गा पूजा उत्सव समिति द्वारा प्रस्तुत भव्य झांकी इस बार श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी। इस वर्ष 25वें पर्व के तहत दिखाया गया “जगत पिता–जगत माता विवाह” का दृश्य भक्तिमय माहौल में जीवंत प्रतीत हुआ।
झांकी में मातारानी को फेरे लेते और मांग भरते हुए दर्शाया गया, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि हर वर्ष नवरात्रि पर नई और अनोखी झांकियों का आयोजन किया जाता है, जिससे भक्तों को भक्ति का अनुभव होने के साथ-साथ समाज को कुछ नया करने की प्रेरणा भी मिलती है।
सम्मान समारोह:
शरद पूर्णिमा के अवसर पर कालका मठ के संचालक श्री नवनीत महाराज 1008 के द्वारा नागेश्वर दुर्गा पूजा उत्सव समिति के सभी सदस्यों को सम्मानित किया और लगातार दूसरे वर्ष प्रथम पुरस्कार प्रदान किया। समिति के अध्यक्ष चंदन सिंह ख़ताबिया ने कहा कि शहर के नवरात्रि एवं दशहरा पर्व अपने आप में विशेष ख्याति रखते हैं, जो दानदाताओं और सहयोगियों के बिना संभव नहीं होते। समिति ने सभी दानदाताओं का शाल और श्रीफल से सम्मान किया।
समिति ने अपने सभी सदस्यों, दानदाताओं और कालका मठ परिवार का हृदय से आभार व्यक्त किया।
