डूण्डासिवनी पुलिस की तत्परता से परिजनों ने ली राहत की सांस
Yogesh suryawanshi 29 अक्टूबर, बुधवार
सिवनी/डूंडासिवनी : पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता के निर्देशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्रद्धा सोनकने के मार्गदर्शन में थाना डूण्डासिवनी पुलिस ने गुमशुदा नाबालिग बालिका को महज 8 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से परिजनों सहित आमजनों ने राहत की सांस ली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 28 अक्टूबर 2025 को थाना डूण्डासिवनी में एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 12 वर्ष 11 माह की पुत्री मोहल्ले में खेलने के लिए निकली थी, लेकिन काफी देर तक वापस नहीं लौटी। रिपोर्ट पर थाना डूण्डासिवनी में अपराध क्रमांक 504/25 धारा 137(2) भादंवि का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
थाना प्रभारी निरीक्षक चेनसिंह उइके के नेतृत्व में, पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में तीन टीमों का गठन किया गया। टीमों ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विभिन्न स्थानों पर खोजबीन शुरू की और जल्द ही पता चला कि बालिका को रुपेश पिता रामसिंह पारधी (उम्र 18 वर्ष, निवासी पाथरफोडी, थाना कान्हीवाड़ा) अपने साथ लेकर गया है।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए रात में ही बालिका को गोंदिया क्षेत्र से बरामद कर लिया और उसे सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने कहा कि “बालिकाओं की सुरक्षा पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रत्येक ऐसी घटना में तत्काल कार्रवाई कर पीड़िता को सुरक्षित वापस लाना हमारा दायित्व है।”
इस सफलता में निरीक्षक चेनसिंह उइके, उप निरीक्षक सीमा तिवारी, संदीपिका ठाकुर, अंती मस्कले, मोनिका बैंस, हेड कांस्टेबल दामिनी हेडसिंग, सुमित बालसिंग, देवेंद्र जायसवाल, आरक्षक प्रवीण सिडारिया, कृष्णकुमार भालोटे, विक्रम देशमुख, सीताराम जावरे, अनुज दुबे और अजय बघेल की सराहनीय भूमिका रही।
सिवनी पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक और परिवार को मिला सुकून, जबकि आरोपी अब सलाखों के पीछे है।
