हवन पूजन, विशाल भंडारा
Yogesh suryawanshi 08 जून, रविवार
सिवनी/मुंडारा : जिले की जीवन दायिनी मां पतित पावनी के उद्गम स्थल मुंडारा में गंगा दशहरा के उपलक्ष्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के 6 वे दिवस पर कथा व्यास किशोरी श्वेता जी ने बताया कि शक्ति हर काल और परिस्थिति में मनुष्य की सहयोगी होती है। हम सभी इस शक्ति को देवी के रूप में जानते और पूजते हैं।
माँ बैनगंगा की कृपा से ग्राम मुंडारा में दिव्य एवं भव्य कार्यक्रम 03 जून से 09 जून में आयोजित है। जिसके चलते यहां गंगा दशहरा के उपलक्ष्य में 09 जून को विशेष पूजा की जाएगी।। वहीं कथा विश्राम एवं हवन प्रसाद भण्डारा 09 जून 2025, दिन सोमवार को होगा।
किशोरी जी ने कृष्ण जन्म की कथा प्रसंग में बताया कि मथुरा के बंदीगृह में जन्म के बाद वासुदेव श्रीकृष्ण को गोकुल ले गए। वहां से एक कन्या को लाकर कंस को सौंप दिया। कन्या को मारने के प्रयास में असफल कंस को पता चला कि उसका काल गोकुल में जन्म ले चुका है।
कंस ने अपनी बहन पूतना को श्रीकृष्ण की हत्या के लिए भेजा। पूतना ने विष लगे स्तन से श्रीकृष्ण को दूध पिलाने का प्रयास किया। लेकिन श्रीकृष्ण ने उसके प्राण हर लिए। इसके बाद कंस ने शकटासुर को भेजा। श्रीकृष्ण ने उसका भी वध कर दिया।
कथावाचक ने आगे बताया कि एक दिन श्रीकृष्ण और बलराम जब गाय चरा रहे थे, तब बकासुर नामक राक्षस बगुले का रूप धारण कर आया। वह सभी ग्वाल बालों को निगल गया। श्रीकृष्ण ने अपना विराट रूप धारण कर बकासुर का वध किया। कथा में आज कृष्ण रुक्मणि विवाह बड़े ही धूम धाम से फूल वर्षा कर मनाया गया। कथा व्यास ने बताया कि कल सोमवार को विश्राम दिवस पर 11 से कथा सुनाई जाएगी तड़पश्चात हवन पूजन के पश्चात भंडारा प्रसाद वितरण किया जाएगा।