बाढ में फसी महिला की दाई ने फोन पर प्राप्त निर्देंशो से कराई सुरक्षित डिलेवरी, जुडवा बच्चों ने लिया जन्म।
जच्चा_बच्चा “ऑल इज वेल
Yogesh suryawanshi 23 जुलाई, मंगलवार
सिवनी : आपको कहानी जरूर फिल्मी लगेगी लेकिन यह सच है, विगत 23 जुलाई 2024 को सिवनी जिलें में अत्याधिक पानी बरसने के कारण से कई गांवो में बाढ की स्थिति निर्मित हो गई थी, जिसके चलते कई गावों का सम्पर्क टूट गया था। शहर तक आने जाने के सभी रास्ते बंद हो गये थे। ऐसा ही एक गांव जोराबाडी है जो, सिवनी तहसील में आता है। जोराबाडी गांव में एक महिला जिसका नाम रवीना बंशीलाल उइके है जो कि गर्भवती थी। रवीना को अचानक प्रसव पूर्व पीड़ा होने लगी। पूर्व की रिपोर्ट अनुसार उन्हे जुडवा बच्चों को जन्म देना था। प्रसव पूर्व पीड़ा के कारण उनके परिवार ने तय किया कि इन्हे तत्काल जिला अस्पताल सिवनी ले जाया जायें लेकिन गांव के सभी रास्ते बाढ के कारण बंद हो गये थे। ऐसे में परिवार ने आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क किया तो पता चला कि आशा कार्यकर्ता जिला अस्पताल किसी अन्य महिला के प्रसव के लिये आई हुई है। इस आपातकालीन स्थिति में परिवार द्वारा आशा कार्यकर्ता के माध्यम से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम को फोन द्वारा सूचना दी गयी कि ग्राम जोरावाडी में एक गर्भवती महिला का प्रसव होना है, जो हाईरिस्क है। ततपश्चात डॉ मनीषा सिरसाम एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ठाकुर द्वारा कलेक्टर सुश्री संस्कृति जैन को उक्त महिला की स्थिति से अवगत कराया गया। जिस पर कलेक्टर सुश्री जैन द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल चिकित्सकों के दल को जोरावाडी भेजने तथा महिला का सुरक्षित प्रसव करायें जाने के निर्देश दिए गए। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम के मार्गदर्शन में ग्राम जोरावाड़ी के लिए टीम रवाना हुई। जिसमें स्वयं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम, मेंटर कविता वाहने, नर्सिंग सुनीता यादव एवं आशा कार्यकर्ता कामता मरावी थी। नाले में बाढ होने के कारण जिला प्रशासन द्वारा एस डी आर एफ टीम को भी चिकित्सकों के दल के साथ भेजा गया। टीम ग्राम के समीप पहुंच गई किंतु नाले में जलस्तर अधिक होने के कारण एस डी आर एफ टीम द्वारा चिकित्सकों के दल को नाला पार कराने में असमर्थ रही। ऐसी स्थिति मे जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम द्वारा आशा के पति से फोन पर बात कर तत्काल ग्राम की प्रशिक्षित दाई से बात कराने की बात कही गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम द्वारा दाई को तत्काल गर्भवती महिला रवीना बंशीलाल उइके के घर जाकर दिए गए निर्देशानुसार महिला का सुरक्षित प्रसव कराने की बात कही गई। जिस पर दाई द्वारा जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनीषा सिरसाम के फोन पर दिए गए मार्गदर्शन अनुरूप महिला का सुरक्षित जुडवा बच्चों का प्रसव कराया गया। महिला का प्रसव होने तक चिकित्सकों का दल नाले के पास रुका रहा एवं बाढ का पानी कम होने पर त्वरित जच्चा बच्चा को एतिहातन 108 वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय में लाकर भर्ती कराया गया। मां एवं बच्चे दोनो स्वस्थ्य है।