Yogesh suryawanshi 31 अक्टूबर, शुकवार 
सिवनी/केवलारी : सिवनी से मंडला मार्ग की जर्जर हालत और प्रशासन की उदासीनता के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ता स्वप्निल उपाध्याय ने अनोखा तरीका अपनाने का फैसला किया है। वे 3 नवंबर से इस सड़क के गड्ढों में “बेशरम” के पौधे लगाकर शासन-प्रशासन को उनकी लापरवाही का आईना दिखाने जा रहे हैं।
स्वप्निल उपाध्याय का कहना है कि “पिछले एक वर्ष से इस सड़क के गड्ढे मौत को न्योता दे रहे हैं। कई बार शिकायत और आग्रह के बावजूद भी जिम्मेदार विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब यह प्रतीकात्मक विरोध जरूरी हो गया है ताकि प्रशासन जागे।”
गौरतलब है कि सिवनी से मंडला जाने वाला यह प्रमुख मार्ग, विशेषकर कान्हीवाड़ा से नैनपुर के बीच का हिस्सा, इस हद तक खराब हो चुका है कि लोग अक्सर कहते हैं — “सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क।”
सड़क की दयनीय स्थिति के कारण आए दिन लोग चोटिल होते हैं, वहीं राज्य शासन द्वारा गड्ढे भरने का विशेष अभियान चलाए जाने के बावजूद इसका कोई असर यहां दिखाई नहीं दे रहा। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि केवल गड्ढे भरने से सड़क की स्थिति नहीं सुधरेगी, बल्कि इस मार्ग का पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण अत्यावश्यक है।
पेंच और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान को जोड़ता है यह मार्ग
यह सड़क मार्ग न केवल सिवनी और मंडला जिलों को जोड़ता है, बल्कि प्रसिद्ध पेंच और कान्हा राष्ट्रीय उद्यानों को भी आपस में जोड़ता है। इस मार्ग से होकर देश-विदेश से आने वाले पर्यटक गुजरते हैं। ऐसे में इस सड़क की खस्ताहाल स्थिति पर्यटन छवि पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा कर रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मंत्री, सांसद, विधायक एवं अधिकारीगण इस मार्ग से नियमित रूप से गुजरते हैं, बावजूद इसके अब तक सड़क सुधार या चौड़ीकरण को लेकर कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
स्वप्निल उपाध्याय की यह पहल अब आमजन की आवाज बनती जा रही है। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि शायद “बेशरम” के पौधे ही प्रशासन की “बेशरमी” को जगाने का काम करें।
