Yogesh suryawanshi
सिवनी,(मध्य प्रदेश)। जिला कुम्हार समाज के दर्जनों लोग आज मंगलवार कलेक्टर जनसुनवाई में पहुँच कर लिखित शिकायत दर्ज किया। ईटा-कवेलू एवं मिट्टी के बर्तन बनाने में आ रही परेशानी में ईटा बनाने में बारीक रेत (कापन,भसुआ) की जरूरत होती है। शासन की मंशा के अनुरूप कुम्हार जाती को रॉयल्टी मुक्त बारीक रेत का प्रावधान राजपत्र में उल्लेख है। जिसका लाभ आज तक कुम्हार जाती को नही मिला। रेतो की सारी खदानें नीलम कर दी जाती है। जिसका अधिभार समाज पर पड़ रहा है।इस कारण कुम्हार समाज की स्थिति दिनों दिन वद से बद्तर होती जा रही है। इस कारण कुम्हार समाज को जीवन यापन करना एवं बाल बच्चों को शिक्षा में परेशानी का सामना बर्तमान में ईटा पकाने के लिए ईंधन कुम्हार समाज को तर्क संगत दर पर लकड़ी एवं रॉयल्टी मुफ्त दिया जाए।
आदिवासी एवं कुम्हार समाज को ईटा बनाने की छूट शासन द्वारा दी गई हैं। परन्तु इसका दुरुपयोग अन्य जाती के धनाढ्य एवं प्रभावशाली लोग ईटा बना रहे हैं।इन पर शासन द्वारा रॉयल्टी शुल्क लगाई जावे जिससे शासन को राजस्व प्राप्त हो एवं कुम्हार जाती के धंधे की स्थित सामान्य हो।