नसबंदी ऑपरेशन से मरीज के परिजनों में मची खलबली, हुआ हंगामा
गलत नसबंदी मामले में जांच का आदेश,जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित की
चिकित्सक पर केस दर्ज करने की तैयारी में पीड़ित परिवार
मनीष कुमार
मुंगेर : मुंगेर जिले के जमालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चार मार्च को हाइड्रोसील आपरेशन की जगह नसबंदी किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को जांच का आदेश दिया है। डीएम ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए जांच टीम गठित करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया है। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद दोषी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सक ने इतनी बड़ी लापरवाही कैसे की, इसकी भी जांच होगी। पीड़ित मरीज और परिवार वाले संबंधित चिकित्सक पर केस दर्ज कराने की तैयारी में है।
दरअसल, जमालपुर प्रखंड की परहम पंचायत स्थित फरदा मालिक टोला निवासी नवल मालाकार (50) वर्ष का बायां हाइड्रोसील बढ़ गया था। दर्द से वह काफी परेशान रहते थे। चार मार्च को ही वह जमालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। पीड़ित ने बताया कि वहां तैनात चिकित्सक अशोक पासवान को मामले से अवगत कराया गया। चिकित्सक ने सलाह दी कि हाइड्रोसील का आपरेशन कराना होगा। इसके बाद चिकित्सक आपरेशन थियेटर ले गए। आपरेशन करने के बाद शाम में डिस्चार्ज कर दिया। पीड़ित ने बताया कि एक सप्ताह में दर्द से आराम नहीं मिला तो गांव में ही दूसरे चिकित्सक के पास पहुंचे। निजी चिकित्सक ने पट्टी खोलकर देखा तो कहा कि आपका नसबंदी कर दिया गया है। यह सुन कर सभी दंग रह गए। कहा कि चिकित्सक ने गरीब गुरबों का भरोसा सरकारी अस्पतालों से पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। पीड़त मरीज ने बताया कि रविवार को वह सफियासराय थाना में केस दर्ज कराएंगे। साथ ही चिकित्सक पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन कोे भी आवेदन देंगे।
वही इस डॉक्टर की लापरवाही मामले में मुंगेर जिलाधिकारी अवनीश कुमार ने कहा कि प्रेस के माध्यम से घटना की जानकारी मुझे मिली है । सिबिल सर्जन को जांच का आदेश दिया है और उन्हें टीम गठित कर सही जांच कर और दोषी डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने को कहा है ।साथ ही पीड़ित को सही सामूहिक इलाज कराए जाने को कहा गया है ।