सुबह 4:00 बजे पटना के पारस अस्पताल में हुई मौत, क्षेत्र में शोक
मनीष कुमार
मुंगेर : तारापुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी का आज सुबह 4:00 बजे पारस अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया । वे कोरोना से पीड़ित थे । उन्हें लंग्स में निमोनिया की शिकायत थी । मेवा लाल के घर के माली प्रकाश माली ने बताया कि कुछ दिनों से साहब को सर्दी खासी बुखार था । 13 तारीख की रात्रि अपना इलाज कराने के लिए तारापुर से पटना गए थे । डॉक्टरों की सलाह पर पारस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। सोमवार के 4:00 बजे वे कोरोना से जंग हार गए और उनका निधन हो गया ।
वही दूसरी ओर मेवा लाल चौधरी गांव के ग्रामीणों ने कहा कि मेवा लाल चौधरी पूरे गांव वालो के सुख दुख में हमेशा साथ खड़े होते थे। उनके जाने से पूरे गांव में शोक की लहर है ।
तारापुर के ग्रामीण नीरज कुमार ने बताया कि मेवा लाल चौधरी का देहांत होने से दूसरे राजनीतिक दल के लोगो में भी काफी शोक है । तारापुर अनुमंडल के लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश सिंह ने कहा कि एक तेज तर्रार विधायक को हमने खो दिया है । विपक्ष के नाते हमलोग कुछ भी कहते तो वो हमलोग का काम करते थे और तारापुर का विकास करने में आगे रहते थे। वो मैप का आधार पर काम करते थे। उनके जाने से पूरे तारापुर विधानसभा के लोगो को काफी क्षति हुई है ।
उल्लेखनीय है कि मेवालाल चौधरी लगातार दूसरी बार विधायक बने थे । उनका जन्म 3 नवंबर 1953 को हुआ था । वह 68 वर्ष के थे । तारापुर विधानसभा क्षेत्र के उनके चाहने वाले एवं परिवार के लोग गमजदा है । उनके दो पुत्र विदेश में रहते हैं । वह भी गमजदा है। बड़ा पुत्र रबी प्रकाश जो अमेरिका में है और दूसरा पुत्र मुकुल भास्कर यह ऑस्ट्रेलिया में है , पत्नी नीता चौधरी की पहले ही आग दुर्घटना में मौत हो चुकी है । इनके घर पर माली नौकर छोड़कर कोई भी नही है । कुछ घंटों के लिए पूर्व शिक्षा मंत्री भी बने थे। मगर विपक्ष के विरोध के बाद सरकार ने हटा दिया था ।
मेवालाल चौधरी को राजनीति विरासत में मिली थी। मेवालाल की पत्नी स्वर्गीय नीता चौधरी 2010 से 2015 तक तारापुर से विधायक रही थी । वह राजनीति में काफी सक्रिय थीं। वे सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके थे । उनकी पत्नी नीता चौधरी तारापुर की विधायक थी। जब मेवालाल चौधरी कृषि विश्वविद्यालय से रिटायर्ड हुए तो मेवालाल चौधरी के लिए उनकी पत्नी ने यह सीट छोड़ दी और जदयू ने पत्नी की जगह मेवालाल को टिकट दिया। मेवालाल भारी मतों से जीते भी थे।दूसरी बार 2021 में मेवा लाल चौधरी विधायक बने वे मास्टर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर में पीएचडी किए थे । उनके इस डिग्री के कारण उन्हें 2021 के नई सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री का पद दिया था। लेकिन कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए सहायक प्रोफेसर भर्ती घोटाले का अभियुक्त होने के कारण विपक्ष ने यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया। इस पर मेवालाल चौधरी को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
मेवालाल की पत्नी स्वर्गीय नीता चौधरी 2010 से 2015 तक तारापुर से विधायक रही थी। वह राजनीति में काफी सक्रिय थीं। 2019 में रसोई गैस सिलिंडर में आग लगने से वह झुलस गई थी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
विवाद विवादों से पुराना नाता रहा है मेवालाल चौधरी का
सबौर कृषि विश्वविद्यालय में सहायक अध्यापक सह जूनियर वैज्ञानिक की भर्ती के दौरान जमकर धांधली हुई थी। इस मामले में तत्कालीन कुलपति और मौजूदा शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी पर धांधली का आरोप लगा था। वहीं इस मामले में सबौर थाना में डॉ. मेवालाल चौधरी पर प्राथमिकी भी दर्ज करवायी गयी थी । हालांकि अभी फिलहाल वह हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत पर थे ।