– हीरो राजन कुमार रहे चीफ गेस्ट, पुष्पगुच्छ व शॉल देकर राजन कुमार को किया गया सम्मानित
– डॉ मोहम्मद आसिफ अली द्वारा लिखित किताब “द बिल्डर्स ऑफ मॉडर्न इंडिया एस एम ज़ुबैर” को सार्थक और प्रेरणादायक बताया राजन कुमार ने
विजय शंकर/मनीष कुमार
पटना /मुंगेर : बिहार के महान स्वतंत्रता सेनानी शाह मुहम्मद ज़ुबैर की जीवनी पर डॉ मोहम्मद आसिफ अली द्वारा लिखित किताब “द बिल्डर्स ऑफ मॉडर्न इंडिया एस एम ज़ुबैर” का आज मुंगेर में विमोचन किया गया । आयोजकों की ओर से चार्ली चैपलिन-2 के रूप में ख्याति प्राप्त कलाकार राजन कुमार को पुष्पगुच्छ और शॉल देकर सम्मानित किया गया। अब्दुल हमीद चौक, मुंगेर में चाँद महल में शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां डीपीआरओ मुंगेर दिनेश कुमार और हीरो राजन कुमार मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। साथ ही प्रोफेसर बीसी पाण्डेय, प्रोफेसर शब्बीर हसन, प्रोफेसर अभय कुमार, प्रोफेसर श्याम कुमार, प्रोफेसर जैन शम्सी और प्रोफेसर रोहित कुमार ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये । सभी ने एसएम ज़ुबैर के कारनामों को याद किया और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान का ज़िक्र किया।
चार्ली चैपलिन-2 के रूप में ख्याति प्राप्त कलाकार राजन कुमार ने बताया कि एसएम ज़ुबैर फ्रीडम फाइटर थे। वह एक अच्छे इंसान थे। उनके नाम पर मुंगेर में शाह ज़ुबैर रोड भी है। डॉ मोहम्मद आसिफ अली ने काफी रिसर्च के बाद उनकी ज़िंदगी पर यह किताब “द बिल्डर्स ऑफ मॉडर्न इंडिया एस एम ज़ुबैर” लिखी है जिसे आज जारी कर दिया गया है। यह किताब रेडी थी मगर कोरोना काल की वजह से रिलीज रुकी हुई थी, लेकिन अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं तो इस अहम किताब का विमोचन किया गया। वाकई एसएम ज़ुबैर साहेब मॉडर्न इंडिया के बिल्डर्स में से एक थे।
उन्होंने कहा कि आजादी का 75वां वर्ष मना रहे हैं ऐसे में एसएम ज़ुबैर साहेब पर यह उपयोगी किताब बहुत सार्थक और प्रेरणादायक है। इसे तमाम लोगों को पढ़ना चाहिए। नई पीढ़ी को उनके बारे में जानना समझना चाहिए। आसिफ अली साहेब को इतनी अच्छी किताब लिखने के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी । उन्होंने मुझे मुख्य अतिथि बनाया इसके लिए भी शुक्रिया। राजन कुमार की बातों को यहां मौजूद सभी लोगों ने ध्यान से सुना।
हीरो राजन कुमार ने बताया कि शाह मुहम्मद ज़ुबैर साहेब एक महान स्वातंत्रता सेनानी थे जिन्होंने 1923 में ‘किसान सभा’ नामक संगठन बना कर किसानो के अधिकारों के लिए आवाज़ बुलंद की थी। उनका जन्म 1884 में अरवल बिहार के एक ज़मीनदार परिवार मे हुआ था। बुनियादी शिक्षा घर पर प्राप्त करने के बाद शाह मोहम्मद ज़ुबैर ने टी.के.घोष स्कुल पटना से पढ़ाई पूरी की। शाह मोहम्मद ज़ुबैर ने इंगलैंड जाकर बैरिस्टरी की पढ़ाई की। वह बैरिस्ट्री की पढ़ाई पूरी कर 1911 में पटना आए। वो पटना में ही वकालत की प्रैकटिस करने लगे। 1914 में मुंगेर की रहने वाली बीबी सदीक़ा से उनकी शादी हो गई जिसके बाद शाह मोहम्मद ज़ुबैर मुंगेर चले आए और यहीं वकालत की प्रैकटिस शुरु की और साथी ही राजनीति में खुल कर हिस्सा लेने लगे। इसी दौरान वह मुंगेर ज़िला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष चुने गए।
उन्होंने कहा , गांधी जी भी शाह मोहम्मद ज़ुबैर के मुंगेर स्थित ज़ुबैर हऊस में ठहरे थे। शाह मोहम्मद ज़ुबैर के साथ महात्मा गांधी ने आस पास के पुरे इलाक़े का दौरा किया। 1923 में डिस्ट्रीक्ट बोर्ड और म्यूनस्पिलटी का चुनाव हुआ। मुंगेर ज़िला से शाह मुहम्मद ज़ुबैर जीते और उन्हे चेयरमैन बनाया गया। 12 सितम्बर 1930 को सिर्फ 46 की उम्र में एसएम ज़ुबैर अपने देश की स्वतंत्रता का सपना अपने सीने में लिये इस दुनिया को अलविदा कह गए। उस समय पुरे मुंगेर में दुख का माहौल था। शाह मोहम्मद ज़ुबैर की राजनीतिक विरासत को उनके पोते एनसीपी के सांसद तारिक अनवर (कटिहार ) और शाह इमरान (अरवल) ने सम्भाल रखा है।
वक्ताओं ने कहा कि हीरो राजन कुमार के दादा भी स्वतंत्रता सेनानी थे और एसएम ज़ुबैर भी आजादी की जंग में शामिल रहे थे । ऐसे में इस तरह की किताब के विमोचन का चीफ गेस्ट राजन कुमार को बनाने का फैसला एक सार्थक कदम रहा।
आपको बता दें कि हीरो राजन कुमार के कारनामों पर मशहूर लेखक गाज़ी मोईन द्वारा लिखित किताब “कारनामे” भी काफी चर्चा में रही है। साथ ही राजन कुमार का सम्बंध साहित्य और किताबों से रहा है। वह खुद भी एक लेखक, कवि हैं। उनकी कई किताबें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।