नेशनल ब्यूरो

नयी दिल्ली : एडटेक कंपनी बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कहा कि वे दुबई भागकर नहीं आये हैं बल्कि अपने पिता के इलाज के लिए यहां आए हुए हैं । यहाँ काम ख़त्म होने के बाद वे अपने शहर में भारत लौट आयेंगे । उन्होंने बताया कि निवेशकों के धोखे के कारण बायजू कपनी का वैल्यू वर्तमान में जीरो हो चुका है , मगर कंपनी इससे बाहर निकालने का जरुर प्रयास करेगी । दुबई में रहने वाले रवींद्रन ने कहा कि वह भारत वापस आने की योजना बना रहे हैं लेकिन ऑनलाइन मुकदमे चलने तक उनके हाथ बंधे हैं ।

उन्होने कंपनी के संकट में आने के लिए अपने निवेशकों को जिम्मेदार ठहराया और कहा, जब मैं कंपनी का विस्तार कर रहा था और अधिग्रहण में लगा था तब यही निवेशक मेरे साथ खड़े थे और समर्थन दे रहे थे, लेकिन जैसे ही इन निवेशकों ने संकट आते हुए देखा ये सभी भाग खड़े हुए । बायजू रवींद्रन ने लोगों को भरोसा दिलाया कि कंपनी इस संकट से बाहर आने में कामयाब होगी और फिर से अपनेक्षेत्र में शीर्ष पर लौटेगी ।

बायजू के वित्तीय संकट में आने के बाद बायजू रवींद्रन ने निवेशकों के बीच में छोड़कर जाने पर अफसोस जाहिर किया । दुबई स्थित अपने घर से वीडियो कॉंफ्रेसिंग के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए बायजू रवींद्रन ने कहा, जिन लोगों ने कंपनी में निवेश किया हुआ था ये निवेशक बगैर किसी प्लान के मैनेजमेंट बदलने जाने की मांग कर रहे थे । उन्होंने कहा, दिसंबर 2021 के बाद से हालात के बदलने के बाद केवल हम लोगों ने ही कंपनी में पैसा डाला है । उन्होंने कहा,  कुछ निवेशकों ने पिछले 4-5 सालों में कंपनी में कोई निवेश नहीं किया है ।

बायजू रवींद्रन ने कहा, जब अमेरिकी लेंडर्स ने डिफॉल्ट घोषित करते हुए डेलावेयर कोर्ट में अर्जी लगाई उसके दो हफ्तों में सभी तीन डायरेक्टर्स ने इस्तीफा दे दिया । इसके बाद हम लोगों के लिए फंड जुटाना कठिन हो गया और कंपनी संकट में आ गयी ।

रवींद्रन ने कहा कि अमेरिकी कर्जदाताओं से प्राप्त 1.2 बिलियन डॉलर का इस्तेमाल कई छोटे अधिग्रहणों समेत ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए किया गया । उन्होंने कहा, ये संकट नगदी के कमी के चलते शुरू हुआ. जबकि हम अभी भी अपने अधिकांश अधिग्रहणों के आधे रास्ते पर थे । उन्होंने कहा, वैश्विक वित्तीय माहौल बदलना शुरू हो गया है, फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ाने से पहले अपने बांड-खरीद कार्यक्रम को रोकने की योजना बना रहा था ।

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