राज्यपाल का पद समाप्त किया जाएः भाकपा
नव राष्ट्र मीडिया न्यूज
पटना। सीपीआई ने 29 दिसम्बर को राज्यपाल का पद समाप्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत पटना में भी धरना देने का फैसला लिया है। कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने आज यहां यह जानकारी दी। कहा कि केंद्र की सत्ता में आरएसएस नियंत्रित बैठी नरेंद्र मोदी की सरकार संवैधानिक नींव को लगातार कमजोर कर रही है। केंद्रीकरण की आरएसएस की विचारधारा द्वारा निर्देशित इस उद्देश्य के लिए राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग किया जा रहा है। केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार आदि राज्यों में राजभवनों को भाजपा के कैंप कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि में भाकपा का मानना है कि राज्यपाल के पद को समाप्त करने की मांग करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राजभवन के माध्यम से उच्च शिक्षा को भी बर्बाद करने पर तुली हुई है। 2014 के बाद बिहार में जीतने भी राज्यपाल आये हैं, उन्होंने आरएसएस विचारधारा को मानने वाले अधिकांश व्यक्तियों की नियुक्ति विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति की है। भ्रष्टाचार में लिप्त कई कुलपतियों पर निगरानी की जांच भी चल रही है। वहीं कई विश्वविद्यालय में सिलेबस में भी बदलाव करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में राजभवन पूरी तरह भाजपा कार्यालय के रूप में कार्य कर रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शुरू से ही राज्यपाल के पद को समाप्त करने की मांग करती रही रही है। उन्होंने राज्यपाल के पद समाप्त करने की मांग को लेकर बुद्ध स्मृति पार्क में आयोजित धरना में अधिक से अधिक लोगों को भाग लेने की अपील की है।
पटना। सीपीआई ने 29 दिसम्बर को राज्यपाल का पद समाप्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत पटना में भी धरना देने का फैसला लिया है। कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने आज यहां यह जानकारी दी। कहा कि केंद्र की सत्ता में आरएसएस नियंत्रित बैठी नरेंद्र मोदी की सरकार संवैधानिक नींव को लगातार कमजोर कर रही है। केंद्रीकरण की आरएसएस की विचारधारा द्वारा निर्देशित इस उद्देश्य के लिए राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग किया जा रहा है। केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार आदि राज्यों में राजभवनों को भाजपा के कैंप कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि में भाकपा का मानना है कि राज्यपाल के पद को समाप्त करने की मांग करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार राजभवन के माध्यम से उच्च शिक्षा को भी बर्बाद करने पर तुली हुई है। 2014 के बाद बिहार में जीतने भी राज्यपाल आये हैं, उन्होंने आरएसएस विचारधारा को मानने वाले अधिकांश व्यक्तियों की नियुक्ति विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति की है। भ्रष्टाचार में लिप्त कई कुलपतियों पर निगरानी की जांच भी चल रही है। वहीं कई विश्वविद्यालय में सिलेबस में भी बदलाव करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में राजभवन पूरी तरह भाजपा कार्यालय के रूप में कार्य कर रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शुरू से ही राज्यपाल के पद को समाप्त करने की मांग करती रही रही है। उन्होंने राज्यपाल के पद समाप्त करने की मांग को लेकर बुद्ध स्मृति पार्क में आयोजित धरना में अधिक से अधिक लोगों को भाग लेने की अपील की है।