प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार ने आज करीब आधे घंटे तक की मंत्रणा

12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट , राज्य सभा चुनाव आदि महत्वपूर्ण विषयों पर हुई वार्ता

मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कहा शिष्टाचार वार्ता हुई, बिहार के विकास के संबंध में भी जरूरी मांगों को रखा

भाजपा के सहयोग से बिहार में अच्छी तरह चलेगी सरकार

विश्वपति
स्टेट ब्यूरो
नव राष्ट्र मीडिया

पटना।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। करीब आधे घंटे तक चली उनकी इस भेंट को बिहार के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है । राजद समेत कुछ अन्य दल बहुमत प्रशिक्षण में सरकार को गिरा देने यानि खेला होबे की बात कह रहे हैं । विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने भी इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है । यानी कि बहुमत परीक्षण का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। लेकिन एनडीए विश्वास मत में सफल होने का दावा कर रही है। यह भी माना जा रहा है कि इस संबंध में उठ रहे सभी शंकाओं का समाधान करने के लिए ही मुख्यमंत्री ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनसे आशीर्वाद लिया। भाजपा के सहयोग से सरकार विश्वास मत निश्चित तौर पर हासिल कर लेगी।
हालांकि मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया। लेकिन सरकार के सूत्रों के मुताबिक 12 फरवरी को बिहार विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट, मंत्रिमंडल विस्तार , विभागों का बंटवारा को देखते हुए भी उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। सदन में बहुमत साबित करने के लिए भी हर तरह का सहयोग भी मांगा । बताया जाता है कि प्रधानमंत्री ने राज्य में स्थिर सरकार तथा विकास में पूरा सहयोग देने का वादा किया । बिहार के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से बिहार के विकास के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देने तथा कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री से इस मुलाकात के बाद बिहार में सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा जैसे कुछ नीतीश कुमार के बड़ बोले सहयोगियों के रवैये पर भी कारगर ढंग से लगाम लगाई जा सकेगी।
सूबे में एनडीए की सरकार बनने बाद नीतीश और मोदी की यह पहली मुलाकात हुई। सीएम नीतीश कुमार के गुरुवार को वापस लौट आने की संभावना है। दिल्ली दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। बताया गया है कि पीएम से मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार बिहार के लिए बड़ी सौगात का आग्रह किया। वे अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग और अन्य रणनीति पर भी चर्चा करेंगे।
सीएम नीतीश कुमार की पीएम मोदी से करीब पांच महीने बाद मुलाकात हुई। इससे पहले सितंबर 2023 में जी 20 सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति भवन के डिनर में दोनों की मुलाकात हुई थी। उस दौरान नीतीश कुमार महागठबंधन में थे, फिर भी दोनों नेता मुस्कुराते हुए एक-दूसरे से मिले थे। उसके बाद से ही कई तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री से नीतीश कुमार की इस मुलाकात के बाद इंडिया गठबंधन के भविष्य और उसकी मजबूती को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो गये हैं।
सूत्रों का कहना है कि तमाम राजनीति के बीच नीतीश कुमार ने पीएम से जातीय जनगणना,आर्थिक सर्वेक्षण के हवाले से विशेष राज्य के दर्जे की मांग की। ताज़ा आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़ों के हवाले से बिहार की गरीबी की जानकारी दी और सहयोग की अपेक्षा की । सर्वेक्षण के नतीजे को उनके सामने रखा। विशेष राज्य का दर्जा अगर नहीं मिल पाए तो 2015 की तरह पीएम नरेंद्र मोदी से राज्य हित में विशेष पैकेज की मांग को दोहराया। मालूम हो कि साल 2015 में भी नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से 165000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज हासिल किया था।

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