3 दिवस पर निराकरण न होने पर,हड़ताल करेंगे सचिव
Yogesh suryawanshi 12 जुलाई, शुक्रवार
सिवनी/कुरई : जिले के कुरई बिकास खंड के सचिव और सहायक सचिव ने अपनी विभिन्न मांगो जनपद पंचायत कुरई के सीईओ राकेश दुबे एवं एपीओ मनरेगा संजय डहरिया की तानाशाही को लेकर आक्रोशित सचिवों ने मुख्यालय पहुँच कर जिला कलेक्टर को अपनी समस्याओं से अवगत कराया एवं तानाशाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
पंचायत सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक की निम्नांकित ज्वलंत एवं स्थानीय समस्याओं का निराकरण करने की बात कही।
1. मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुरई कार्यालय आदेशानुसार खेत तालाब निर्माण की पूर्णता ना होने के कारण सचिव सहायक सचिव की 5 दिन 10 दिन की वेतन काटी गई है जो की स्वीकार योग्य नहीं है जिसके कारण पंचायत सचिव सहायक सचिवों में अत्याधिक आक्रोश में है । प्रति पंचायत को दबाव एवं तानाशाही पूर्वक खेत तालाब का कार्य दिया गया है | मनरेगा योजना एवं जीपीडीपी को अनदेखा किया जाकर मांग आधारित मनरेगा योजना को टारगेट बेस योजना बनाकर दबाव एवं तानाशाही पूर्वक कार्य कराया गया है इसके उपरांत भी पूर्ण सत्य निष्ठा ईमानदारी से जी जान लगाकर कार्य किया गया है इसके बाद भी वेतन काटी गई है टारगेट 5 तालाब का दिया गया था बहुत सी पंचायतों द्वारा 5 तालाब या 4 तालाब पूर्ण करने के बाद भी वेतन काटी गई है जो कि स्वीकार योग्य नहीं है। अतः उक्त काटी गई वेतन आदेश 3 दिवस के अंदर निरस्त किया जावे एवं वेतन प्रदान की जावे । यदि आदेश निरस्त नहीं किये जाते हैं तो पंचायत सचिव एवं सहायक सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो जाएंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी ।
2. शासन के आदेश निर्देश अनुसार पंचायत सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक को प्रत्येक माह की 1 से 5 तारीख तक वेतन प्रदान किया जाए ।
3. मनरेगा में पदस्थ अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय डहेरिया से ग्राम रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव अत्यधिक अनावश्यक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हैं| एवं कभी भी किसी भी ग्राम पंचायत का लेबर बजट (मानव दिवस) बढ़ा दिया जाता है | इनके द्वारा ग्राम पंचायत के सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक को यह कहकर खेत तालाबों के 5-10 हितग्राहियों के पंजीयन प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कराएँ गए कि बाद में हटा दिए जायेंगे| और अब उन हितग्राहियों के द्वारा काम कराने से इंकार किया जा रहा है यह गलती अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय डहेरिया की है जिसे हमारी गलती बता कर हमारा वेतन काटा जा रहा है जो कि गलत है | अतः इन्हें जनपद पंचायत कुरई से हटाकर अन्यत्र जनपद स्थानांतरित किया जावे।
4. पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों के द्वारा ग्राम पंचायत में जनपद पंचायत के द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से जो भी आदेश निर्देश प्रसारित किए जाते हैं तो हम लोग उस आदेश को मानकर पूर्ण निष्ठा से कार्य करते हैं किंतु सचिवों एवम ग्राम रोजगार सहायकों द्वारा लिखित अवकाश का आवेदन व्हाट्सएप पर दिया जाता है तो आवेदन शाखा मैं जमा करने का निर्देश दिया जाता है जिससे सभी आक्रोशित है एवं इसका विरोध करते हैं। अतः अवकाश के आवेदन व्हाट्सएप पर स्वीकार किया जावे अन्यथा सभी जनपद के व्हाट्सएप का बहिष्कार कर लेफ्ट हो जाएंगे।
5. पंचायत सचिव एवं जीआरएस अपनी संपूर्ण ऊर्जा से लगातार पंचायत में शासन प्रशासन की योजनाओं को धरातल पर उतार रहा है इसके बाद भी छोटे-छोटे विषयों को लेकर कभी भी अवैतनिक करने वेतन काटने की धमकी दी जाती है। मनरेगा मजदूर शून्य होने पर वेतन काट ली जाती है जो की स्वीकार योग्य नहीं है वेतन काटने हेतु विधि अनुरूप सही प्रक्रिया का पालन कर काटा जावे बिना नोटिस जवाब युक्ति युक्त अवसर तक नहीं दिया जाता है यह तानाशाही बंद कर वेतन ना काटा जावे।
6. ग्राम रोजगार सहायकों को पंचायतराज संचनालय के पत्र क्रमांक/ पं.राज/SFC/2022/10062 के पैरा क्रमांक 2.4.3. के अंतर्गत प्रति पंचायत प्रति माह 1000/- रूपये डाटा एवंस्टेशनरी क्रय हेतु भुगतान किए जाने संबंधी निर्देश का आदेश सिवनी जिला की अन्य जनपदों की भांति जनपद पंचायत कुरई से भी जारी किया जावे।
7. पंचायत सचिव की दैनिक डायरी में पीसीओ के हस्ताक्षर के बिना सचिव के हस्ताक्षर से ही लिया जावे ।
8. ग्राम पंचायत में सीएम हेल्पलाइन आपसी रंजिशवस व नाजायज परेशान करने के लिए फर्जी शिकायत लगाई जाती है जिसमें ग्राम पंचायत को शिकायतकर्ता के माध्यम से ब्लैकमेल किया जाता है जिसमें कई पत्रकार द्वारा कार्य स्थल देखे बिना सीएम हेल्पलाइन लगाई जाती है एवं शिकायत वापस लेने के लिए जब शिकायतकर्ता से बात की जाती है तब 30-40 हजार रुपए तक की मांग की जाती है, जो उचित नहीं है। शिकायत यदि झूठी पाई जाती है तो शासन स्तर से उसे फोर्स क्लोज किया जावे और शिकायतकर्ता के विरुद्ध त्वरित क़ानूनी कार्यवाही की जावे ।
9. वर्तमान में ग्राम पंचायत सागर में खेत तालाब अधिक बारिश होने के कारण तालाब की पार (मेंढ) फूट गया है इसका ग्राम पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक की कोई गलती नहीं है और ना ही कोई जवाबदारी है इस मामले में तकनीकी अमला (उपयंत्री एवं सहायक यंत्री) जवाबदार हैं उन्हीं के मार्गदर्शन में सभी निर्माण कार्य संपादित किए जाते हैं क्योंकि यह खेत तालाब बहुत कम समय में दबाव देकर करवाया गया है इसलिए इस प्रकार की घटना निर्मित हुई है | इस कारण ग्राम पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही प्रस्तावित न की
जावें एवं भविष्य में किसी भी ग्राम पंचायत में इस प्रकार की घटनाएँ होती है तो इसके जवाबदारी तकनीकी अमला (उपयंत्री एवं सहायक यंत्री) की होगी ग्राम पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही प्रस्तावित न की जावें
उपरोक्त सभी विषयों का निराकरण यदि तीन दिवस में नहीं किया जाता है तो सभी ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो जाएंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी एवं शासन प्रशासन की होगी।