संजय श्रीवास्तव
आरा। अमर शहीद कवि कैलाश का शहादत दिवस भोजपुर समाहरणालय आरा के शहीद उद्यान स्मारक स्थल पर उनके तैलीय चित्र माल्यार्पण से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष भाई ब्रह्मेश्वर की।मुख्य अतिथि के रूप में डीजीपी ,डीआईजी, जिलाधिकारी ,पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।मुख्य संरक्षक सह आयोजन सचिव बी सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों सदस्यों के बीच सफलतापूर्वक आयोजित हुआ।माल्यार्पण से प्रारंभ हुआ। तत्पश्चात सभागार में शहीद के जीवन वृत्त पर आधारित श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। सामूहिक दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रो रणविजय कुमार कुलसचिव वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय द्वारा साहित्यिक अंदाज में किया और अपनी बातों को रखा। समिति के महासचिव डॉक्टर दिनेश प्रसाद सिन्हा ने शहीद कई कैलाशपति सिंह के जीवन वृत्त को पूरे विस्तार से रखा और आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की जोरदार अपील भी की।आज ही के दिन 28 सितंबर 1942 को इसी भोजपुर समाहरणालय पर तिरंगा फहराते हुए कवि कैलाश ने अपनी शहादत दी थी।अपने अध्यक्षीय भाषण में भाई ब्रह्मेश्वर ने कहा कि समाज के लिए मैंने संघर्ष किया है, लाठियां खाई है लेकिन लेकिन सेवा से कभी पीछे नहीं हटा। मैं कभी कैलाश से प्रेरणा लेकर सदैव सामाजिक में लड़ता रहूंगा।
मुख्य संरक्षक श्री बी सिंह एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मौर्य होटल पटना ने बताया कि पिछले साल कवि जी के पैतृक गांव घोड़ा देई में आदम कद प्रतिमा स्थापित किया गया था। आज कवि जी के परिवार के सदस्यों ने अपने कवि जी के नाम पर डेढ़ बीघा जमीन सर्वश्री बी डी सिंह को घोषणा करके समर्पित किया। इन लोगों ने कहा कि आप जैसा चाहे इस जमीन का उपयोग कवि जी के लिए कर सकते हैं। इन्होंने मूर्ति स्थापना के लिए प्रस्ताव बनाकर बिहार सरकार को भेजने की बात बताई। कवि जी समाज के लिए, देश के लिए अपनी कुर्बानी दी है। हम सभी उनके लिए हर तरह से सहयोग करने को तैयार है और करते रहेंगे।दूसरे सत्र का मंच संचालन सचिव युवा ,नेता मृत्युंजय भारद्वाज ने करते हुए अपना प्रस्ताव रखा की कवि जी के नाम पर सरैया में अस्पताल है जो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है वहां पर निशुल्क स्वास्थ्य जांच कराया जाए और अस्पताल को नए स्वरूप में बनाया जाए। जिसके लिए सब ने अपना समर्थन दिया।श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में दुर्गा शंकर सिंह ,भाई विनोद जी, अनिल सिंह, बिहारी सिंह, राम सकल सिंह भोजपुरिया , अखिलेश बाबा,शंभू नाथ सिंह ,सत्येंद्र सिंह ,भाई अरुणेश जी, विजय सिंह मुखिया, दशरथ सिंह ,अजीत कुमार सिंह, भगत सिंह सहयोगी ,नंदकिशोर सिंह यादव अजय सिंह गीतकार, परिवार के लोगों में ललन सिंह, जनार्दन सिंह, सत्येंद्र सिंह,भीम सिंह भवेश,मेजर राणा प्रताप सिंह, सुनील सिंह गोपाल, बब्लू सिंह,प्रो बलिराज ठाकुर, सहित सैकड़ों लोगों का हुजूम संध्या तक उपस्थित रहा।