संजय श्रीवास्तव
आरा। आज दिनांक 1 मई 2025 को अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस के अवसर पर जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी साथी दिशा एक प्रयास सभागार के पुरानी पुलिस लाइन, आरा में एक गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन आरा सिविल कोर्ट के नोटरी पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार राय अधिवक्ता ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर देश के प्रसिद्ध साहित्यकार श्री जितेंद्र राय अंत्योदय, दिशा एक प्रयास की सचिव कुमारी सुनिता सिंह, चेतन मंडल के सचिव आदरणीय श्री रामनाथ ठाकुर तथा बचपन बचाओ आंदोलन के संयोजक श्री वेंकटेश राय ने भी उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने मज़दूरों की ऐतिहासिक संघर्षगाथा को रेखांकित करते हुए बताया कि मज़दूर दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि उस संघर्ष और बलिदान की याद है जिसने श्रमिक वर्ग को उनके अधिकार दिलाए। सन् 1886 में शिकागो (अमेरिका) में मज़दूरों द्वारा किए गए आंदोलन और उनके बलिदान को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि वह चिंगारी आज भी श्रमिकों के हक़ और सम्मान की लौ जलाए हुए है।
श्री प्रमोद कुमार राय अधिवक्ता ने अपने संबोधन में कहा:
> “मज़दूर की मेहनत केवल ईंट-पत्थर नहीं जोड़ती, वह राष्ट्र की नींव मजबूत करती है। श्रमिकों के हाथों में देश की असली ताक़त है और हमें उनके श्रम को नमन करते हुए उन्हें संपूर्ण सामाजिक और आर्थिक सम्मान देना चाहिए।”
साहित्यकार श्री जितेंद्र राय अंत्योदय ने श्रमिकों के जीवन पर आधारित अपनी रचनाओं के माध्यम से कहा:
> “श्रमिक का पसीना जब धरती को भीगा देता है, तभी फसलें लहलहाती हैं, इमारतें खड़ी होती हैं और देश आगे बढ़ता है।”जस्ट राइट्स चिल्ड्रेन के सहयोगी साथी दिशा एक प्रयास की सचिव कुमारी सुनिता सिंह ने सभी मजदूर को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संगठित होकर ही श्रमिक वर्ग अपने अधिकारों की रक्षा कर सकता है। रामनाथ ठाकुर ने चेतन मंडल की ओर से सभी श्रमिकों को शुभकामनाएं दी। वेंकटेश राय ने बाल श्रम और श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा:यदि हम अगली पीढ़ी को सशक्त करना चाहते हैं, तो श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा और अवसर देना हमारी पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए।”कार्यक्रम के अंत में श्रमिकों को सम्मानित किया गया और “श्रम का सम्मान – सशक्त राष्ट्र का निर्माण” विषय पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं।समापन पर यह संदेश दिया गया कि श्रम की गरिमा बनाए रखना ही सच्चा मज़दूर दिवस है।
इस कार्यक्रम में कुमुद कुमार सिंह, आनंद कुमार, रजत कुमार, तारा शेखर, रिचा कुमारी, अंजली कुमारी, राजेश कुमार राय, संजीत कुमार सिंह, बीरेंद्र कुमार, अखिलेश कुमार यादव, अमन राज, सुनीता देवी और सुषमा कुमारी आदि शामिल थे।