उत्तराखंड ब्यूरो
देहरादून : पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस नीलेश आनन्द भरणे ने बताया कि चमोली में आयी प्राकृतिक आपदा में स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, एफएसएल रेस्क्यू, खोज, बचाव राहत एवं डीएनए सैम्पलिंग के कार्यों में लगी हुई है। आज बचाव दल को एक भी शव नहीं मिल पाया है जबकि कल तक 58 शव मिल चुके हैं ।
प्राकृतिक आपदा में कल तक लापता कुल 204 लोगों में से 58 (चमोली- 48, रूद्रप्रयाग- 07, पौड़ी गढ़वाल- 01, टिहरी गढ़वाल- 02) के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये जा चुके हैं, जिनमें से 31 लोगों की शिनाख्त हो गई है और 27 लोगों की शिनाख्त नहीं हो पायी है। लापता समस्त लोगों के सम्बन्ध में कोतवाली जोशीमठ में अब तक कुल 179 लोगों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है। इसके साथ ही जनपद चमोली के विभिन्न स्थानों से ही 23 मानव अंग भी बरामद किये गये हैं। बरामद सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैम्पलिंग और संरक्षण के सभी मानदंडों का पालन कर सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर एवं सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त हेतु रखा गया था। श्री आयुष अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक, रूद्रप्रयाग के निर्देशन में अभी तक 56 परिजनों एवं 49 शवों के डीएनए सैंपल मिलान हेतु एफएसएल, देहरादून भेजे गए हैं। शवों को नियमानुसार डिस्पोजल हेतु गठित कमेटी द्वारा अभी तक 55 शवों एवं 20 मानव अंगों का पूरे धार्मिक रीति रिवाजों एवं सम्मान के साथ दाह संस्कार करा दिया गया है।
पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस नीलेश आनन्द भरणे की देखरेख में उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका नम्बर 0135-2712685 एवं मोबाइल नम्बर 9411112985 है। आपदा में लापता हुए लोगों की सूची एवं बरामद हुए शवों की पहचान हेतु अन्य राज्यों की पुलिस से भी लगातार पत्राचार किया गया है। शवों से मिले आभूषण, टैटू एवं अन्य पहचान चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर उन्हें सुरक्षित रखा जा रहा है। जनपद चमोली में स्थापित कन्ट्रोल रूम का नम्बर 01372-251487 एवं मोबाइल नम्बर 9084127503 है।