परिजनों को ₹50000 की आर्थिक मदद, सभी बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा जन अधिकार पार्टी उठाएगी
Navrashtra media bureau
अररिया। पत्रकार विमल यादव की हत्या करने वालों को 3 महीने के अंदर स्पीडी ट्रायल के जरिए फांसी की सजा मिले, क्या यह सरकार कर पाएगी? हम दिवंगत विमल जी की पत्नी समेत सभी बच्चों की सुरक्षा की मांग सरकार से करते हैं। साथ ही उनके परिजनों को ₹4000000 मुआवजा और उनकी पत्नी को नौकरी देने का भी मांग हम करते हैं। विमल जी से भी शरीफ कोई हो सकता है क्या? हम यह समाज से पूछना चाहते कि आखिर कब तक अपराधियों को तवज्जो दिया जाएगा? विमल यादव की हत्या एक पार्टी के महामंत्री सदानंद सिंह के साले भतीजे ने किया है, क्या उसकी भी गिरफ्तारी होगी? घटना के बाद पुलिस ने आनन फानन में खानापूर्ति के लिए 4 लोगों की गिरफ्तारी तो कर ली, लेकिन शूटर समेत उनकी हत्या करने वालों को अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया? मेरा मानना है कि जब सभी दलों में अपराधियों को संरक्षण दिया जाएगा और समाज भी अपराधियों को तवज्जो देगी तो एक अकेला पप्पू यादव क्या कर लेगा? मुजफ्फरपुर से लेकर मोतिहारी और अररिया तक लगातार हत्या की घटनाओं में लड़ाई लड़ रहा हैं, लेकिन जब समाज ही नेताओं और अपराधियों को तवज्जो देगी तो क्या यह हत्या का दौर रुकेगा ? जरा सोचिएगा।
अभी हमने उनके परिजनों को फिलहाल ₹50000 की आर्थिक मदद दी है और उनके सभी बच्चों को हमने गोद ले लिया है जिनकी पढ़ाई का जिम्मा जन अधिकार पार्टी लेती है।