तैयारियों का लिया जायजा, घाटों की भौगोलिक स्थिति का किया निरीक्षण तथा जल-स्तर में परिवर्तन की प्रवृत्ति का किया अवलोकन
श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों के लिए घाटों पर उपलब्ध रहेगी सभी बुनियादी सुविधाएँ, युद्ध-स्तर पर तैयारी चल रही हैः आयुक्त
आयुक्त ने कहाः विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता; उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहें
विजय शंकर
पटना, गुरूवार, दिनांक 24.10.2024ः आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री मयंक वरवड़े द्वारा आज जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ महापर्व, 2024 की तैयारियों एवं व्यवस्था का जायजा लेने, घाटों की भौगोलिक स्थिति देखने तथा जल-स्तर में परिवर्तन की प्रवृत्ति का अवलोकन करने के लिए विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया गया। भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के आरओ पैक्स वेसेल एमवी स्वामी परमहंस से दानापुर स्थित नासरीगंज घाट से गायघाट तक छोटे-बड़े सभी घाटों का निरीक्षण किया गया तथा तैयारियों का जायजा लिया गया। इसके बाद गायघाट से सड़क मार्ग द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा मार्गों में छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जा रहे व्यवस्था का जायजा लिया गया।
विदित हो कि आरओ पैक्स वेसेल एमवी स्वामी परमहंस एक पैसेंजर वेसल है।
लगभग 10.30 बजे पूर्वाहन नासरीगंज घाट से प्रारंभ कर जहाज घाट, नारियल घाट, फक्कड़ महतो घाट, रामजीचक स्कूल समीप घाट, रामजीचक घाट, रामजीचक बाटा घाट, रामजीचक नहर घाट, शिवा घाट, दीघा पाटीपुल घाट, जेपी सेतु पश्चिमी घाट, मीनार घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, गेट नं 83 (संत माईकल हाई स्कूल के बगल की गली) घाट, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बाँस घाट, बुद्धा घाट, कलेक्टोरेट घाट, महेन्द्रू घाट, टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट-अदालत घाट, बंशी घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गाँधी घाट, गोलकपुर बालू घाट-बरहरवा घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, गुलबी घाट, बीएनआर घाट, बालू घाट, घघा घाट, रौशन घाट, नरकट घाट, भरहरवा घाट, जुडिशियल एकेडमी घाट होते हुए लगभग 12ः30 बजे अपराह्न गायघाट तक एक-एक कर सभी घाटों का प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया। इसके बाद आयुक्त ने पटना सिटी एवं पटना सदर अनुमंडल क्षेत्रों में छठ मार्गों की स्थिति देखी तथा किए जाने वाले तैयारियों के बारे में पदाधिकारियों को निदेश दिया।
यह निरीक्षण 3 घंटे से अधिक समय तक चला। स्टीमर से लगभग 21 किलोमीटर एवं स्थल मार्ग से लगभग 25 किलोमीटर कुल 46 किलोमीटर की दूरी तय की गई। 70 से अधिक घाटों पर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा की जा रही तैयारियों को लाया। अधिकारियों ने कहा कि 109 प्रमुख घाटों को 21 सेक्टर में बांटा गया है। 21 सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में डेडिकेटेड टीम सभी घाटों पर मुस्तैद हैं। अभी मुख्यतः घाटों के एप्रोच रोड एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में तैयारी की जा रही है। जल-स्तर में कमी की प्रवृत्ति तथा घााटों की भौगोलिक स्थिति को देख कर घाटों को तैयार करने का काम वास्तविक रूप से शुरू किया जाएगा। अधिकारीद्वय ने कहा कि मानदंडों के अनुसार 24×7 तैयारी चल रही है। इसे ससमय पूरी कर ली जाएगी।
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा प्रमंडलीय आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा नदी में पानी का स्तर लगभग बराबर है। जल-स्तर भी तेजी से घट रहा है। इस वर्ष 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य के दिन जल-स्तर गाँधी घाट पर लगभग 44 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष संध्या अर्घ्य के दिन दिनांक 19 नवम्बर, 2023 को गाँधी घाट पर यह 43.43 मीटर था। वर्ष 2022 में छठ महापर्व के दिन गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट पर 46.5 मीटर था। गंगा नदी का जलस्तर आज दिनांक 24 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 46.55 मीटर एवं गाँधी घाट पर 45.51 मीटर था। औसतन 10 सेंटीमीटर प्रतिदिन जलस्तर कम हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए छठ के समय तक लगभग एक मीटर अर्थात सवा तीन फीट जलस्तर कम होने की संभावना है। आयुक्त ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। जिलाधिकारी ने आयुक्त के संज्ञान में लाया कि पक्के घाटों पर से मिट्टी तथा गाद हटाने का निदेश दिया गया है। पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। आयुक्त ने अधिकारियों को निदेश दिया कि बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी के किनारे से 10 फीट की दूरी तक 5 फीट से ज्यादा गहरा पानी नहीं होना चाहिए। अन्य मानकों का भी अनुपालन करते हुए खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24गx7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।
आयुक्त ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। युद्धस्तर पर सभी तैयारी की जा रही है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के यथासंभव नजदीक वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी।
आयुक्त ने कहा कि घाटों के पास एवं सम्पर्क पथ में समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की जाएगी घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। ध्वनि-विस्तारक यंत्र एवं स्थायी तथा अस्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जाएगा।
आयुक्त ने कहा कि घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोध मुक्त रहेगा। घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नगर निगम द्वारा सभी वार्डों में स्ट्रीट लाईट क्रियाशील रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखा जाएगा। सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात रहेगी।
आयुक्त ने कहा कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहें।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर श्री गौरव कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी दानापुर दिव्या शक्ति, अपर नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन श्री डीपी शाही, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।