आयुष्मान कार्ड निर्गत करने हेतु विशेष अभियान के आयोजन की समीक्षा
नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना। राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार निःशुल्क आयुष्मान कार्ड निर्माण हेतु आज 18 जुलाई, 2024 से पूरे ज़िले में *विशेष अभियान* चलाया जा रहा है। यह योजना गरीबों को 5 लाख तक के मुफ्त इलाज देने के लिए है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जी गारंटी है।
इसकी जानकारी देते हुए पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्र शेखर सिंह ने बताया कि *निःशुल्क आयुष्मान कार्ड* बनवाने हेतु निम्नलिखित दस्तावेज लेकर अपने जन वितरण प्रणाली दुकानदार से सम्पर्क करें:
• *पारिवारिक पहचान* के लिए *राशन कार्ड* एवं
• *व्यक्तिगत पहचान* के लिए *आधार कार्ड*
उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनवाने पर *प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज* प्राप्त कर सकते हैं।अधिक जानकारी के लिए *टॉल-फ्री नंबर 104 पर कॉल* किया जा सकता है।
आयुष्मान कार्ड निर्गत करने हेतु विशेष अभियान के आयोजन की समीक्षा
जिलाधिकारी, पटना-सह-अध्यक्ष, जिला कार्यान्वयन इकाई, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएमजेएवाई) अन्तर्गत लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड निर्गत करने हेतु विशेष अभियान के आयोजन की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्णय के अनुरूप आयुष्मान कार्ड के निर्माण हेतु आज से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। इसमें छूटे हुए सभी पात्र लाभार्थियों को कार्ड निर्माण कर उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए जिलान्तर्गत सभी जन-वितरण प्रणाली दुकानों पर शिविर लगाया जा रहा है। 31 जुलाई तक यह विशेष अभियान चलेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए माइक्रो-प्लानिंग की गई है। शत-प्रतिशत आच्छादन का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु इसे मिशन मोड में संचालित किया जाए। सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में इस विशेष अभियान के क्रियान्वयन हेतु नोडल पदाधिकारी रहेंगे। वे इसमें प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा करेंगे। प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु हरसंभव कार्रवाई करेंगे। त्रि-स्तरीय पंचायती राज प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पात्र लाभार्थियों को शिविर तक लाने के लिए अनुरोध करेंगे। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि शिविरों तक छूटे हुए पात्र लाभार्थियों को लाने की प्रारंभिक जिम्मेदारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों/मार्केटिंग ऑफिसर्स की है। वे जन-वितरण प्रणाली विक्रेताओं से समन्वय स्थापित कर इसे सुनिश्चित करेंगे। अपर जिला दण्डाधिकारी (आपूर्ति) ग्रामीण क्षेत्रों में तथा विशिष्ट पदाधिकारी, अनुभाजन शहरी क्षेत्रों में पीडीएस दुकानों पर शिविरों के प्रभावी ढ़ंग से आयोजन हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंडों में अभियान के क्रियान्वयन का पर्यवेक्षण करेंगे।
जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त, पटना को शिविरों के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है। इसके तहत आयुष्मान कार्ड बनवाने पर प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त की जा सकती है। निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु पारिवारिक पहचान के लिए राशन कार्ड एवं व्यक्तिगत पहचान के लिए आधार कार्ड लेकर अपने जन-वितरण प्रणाली दुकानदार से सम्पर्क कर आसानी से कार्ड बनवाया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पात्र लाभार्थियों को प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने हेतु किया जा रहा है। साथ ही राज्य सरकार के संकल्प द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के लाभार्थियों को संपूर्ण रूप से स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के क्रम में प्रथम 1,21,10,525 परिवारों को एबी-पीएमजेएवाई से आच्छादित करने के पश्चात राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभार्थियों के डेटाबेस से शेष बचे लाभार्थियों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएम-जेएवाई) में शामिल करते हुए इसका संचालन एबी-पीएमजेएवाई के साथ एकीकृत प्लेटफार्म पर किए जाने का निर्णय लिया गया है।
पटना जिला में राशनकार्ड धारी परिवारों के सदस्यों की संख्या 41,75,309 है। निर्गत आयुष्मान कार्ड की संख्या 16,61,029 है। 25,14,280 आयुष्मान कार्ड का निर्माण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कुल पीडीएस दुकानों की संख्या 3,016 है। इस विशेष अभियान में पीडीएस दुकानों पर शिविर लगाकर कॉमन सर्विस सेन्टर (सीएससी) के विलेज लेवल इन्टरप्रेनर्स (वीएलई) के माध्यम से कार्ड का निर्माण किया जाएगा। 2,009 वीएलई को तैनात किया गया है। 04 सीएससी मैनेजर/समन्वयक को प्रखंड आवंटित किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी वीएलई एवं सीएससी मैनेजर ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर माइक्रो-प्लान के अनुसार कार्यों को सपन्न करें। सीएससी प्रबंधक/समन्वयक जन-वितरण प्रणाली केन्द्रों पर आवश्यक तकनीकी उपकरणों के साथ वीएलई की उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करेंगे। शिविरों में पात्र लाभार्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए। लैपटॉप, प्रिंटर, बायोमेट्रिक मशीन एवं एन्ड्रायड मोबाइल के साथ वीएलई/पंचायती राज कार्यपालक सहायकों आदि के बैठने की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सिविल सर्जन, पटना इस विशेष अभियान के सफल संचालन हेतु आवश्यक कार्रवाई करेंगे। बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति में कार्यरत जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं आईटी प्रबंधक विशेष अभियान से संबंधित प्रशिक्षण कार्य संचालित करेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष अभियान के सफलतापूर्वक संचालन में अंतर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता है। स्वास्थ्य, आपूर्ति, ग्रामीण विकास, जीविका, पंचायती राज, आईपीआरडी, आईसीडीएस सहित विभिन्न विभागों के जिला में पदस्थापित पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर प्रभावी ढ़ंग से अभियान का संचालन करे। पात्र लोगों को शिविरों तक आने के लिए उन्मुखीकरण किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस विशेष अभियान में छूटे हुए सभी पात्र लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सभी को सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी स्पेशल ड्राइव में पटना जिला में अच्छा काम हुआ है। प्रतिदिन लगभग एक लाख आयुष्मान कार्ड बनाया गया था। उन्होंने कहा कि इस बार भी हमलोग लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि हासिल करेंगे।