मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत जिला-स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन
भिक्षावृत्ति के निवारण हेतु सभी स्टेकहोल्डर्स को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहने की आवश्यकताः डीएम
विजय शंकर
पटना, 19 जुलाई । जिलााधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि भिक्षावृत्ति आधुनिक समाज के लिए कलंक है। इसके निवारण के लिए सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहने की आवश्यकता है। वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में इस उद्देश्य हेतु गठित जिला-स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसका मूल उद्देश्य भिक्षावृत्ति का सम्पूर्ण उन्मूलन है। उन्होंने कहा कि समाज में हर व्यक्ति को प्रतिष्ठा एवं मर्यादा के साथ रहने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है। संविधान के अनुच्छेद 21 में सम्मान के साथ जीने का मौलिक अधिकार दिया गया है। अतः भिक्षावृत्ति निवारण हेतु हम सभी सतत प्रयत्नशील रहें। अपने आस-पास के क्षेत्रों को पूर्णरूपेण भिक्षावृत्ति मुक्त कराने का संकल्प लें।
बैठक में उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया, नगर पुलिस अधीक्षक मध्य श्री चन्द्र प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर श्री श्रीकान्त कुण्डलिक खाण्डेकर, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, पटना श्री लोकेश कुमार झा, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस सुश्री आभा प्रसाद, सहायक निदेशक जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग श्रीमती स्नेहा, सहायक निदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग श्री प्रभाकर पटेल, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा श्री राज कमल सहित रेलवे, स्वास्थ्य, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, महावीर मंदिर ट्रस्ट, श्रम, बाल संरक्षण इकाई, बैंक, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एवं अन्य संबंधित विभागों/संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा बताया गया कि महावीर मंदिर, पटना जंक्शन, राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, शीतला मंदिर अगमकुआँ, गुरूद्वारा पटना सिटी, काली मंदिर, बांस घाट, साईं मंदिर पाटलिपुत्रा, चिल्ड्रेन पार्क बोरिंग रोड, टेम्पू स्टैंड बोरिंग रोड, आर ब्लॉक मंदिर, नेहरू पथ विद्युत भवन के पास मजार एवं दानापुर रेलवे स्टेशन चिन्हित क्षेत्र है। सभी स्थानों को भिक्षावृत्ति मुक्त किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। उक्त स्थानों में से एक महावीर मंदिर, पटना जंक्शन के आस-पास के क्षेत्रों को राज्य स्तर से पूर्णरूपेण भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने का आदेश प्राप्त है जिसके लिए टास्क फोर्स गठित की गई है।
जिलाधिकारी ने सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग को महावीर मंदिर परिसर के पास हेल्प डेस्क स्थापित करने का निदेश दिया ताकि लोगों को भिक्षावृत्ति निवारण के प्रति जागरूक किया जा सके। पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर 1 पर स्थायी काउन्टर लगाने का निदेश दिया गया। रेलवे पुलिस उपाधीक्षक (पूर्वी) को निदेश दिया गया कि रेलवे परिसर में उद्घोषणा (एनाउंसमेंट) नियमित तौर पर किया जाए। स्क्रीन पर भिक्षावृत्ति निवारण संदेशों से संबंधित विज्ञापन का प्रसारण किया जाए। नागरिकों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाए कि भिक्षुकों के दान नहीं, सम्मान का हिस्सा बनिए। जिन्हें दान देना है वे भिक्षुकों के सहायता कोष (क्यूआर कोड) के माध्यम से दान दे सकते हैं ताकि भिक्षुकों के सहायतार्थ समाज कल्याण विभाग द्वारा आवश्यक कार्य किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर भिक्षावृत्ति निवारण हेतु वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। इसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा आबादी को जागरूक किया जाना है। भिक्षुकों को दी जाने वाली सहायता राशि के माध्यम से रोजगार हेतु क्रय किये गये ठेला पर विभागीय पोस्टर लगाने का निदेश दिया गया ताकि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान में भिक्षुकों के ठेला को नहीं हटाया जा सके। यह भी निदेश दिया गया कि मुक्ता सक्षम उत्पादक समूह, जो भिक्षुकों का समूह है एवं जिनके द्वारा जूट बैग यथा फाईल, फोल्डर इत्यादि निर्मित किया जाता है, की अधिक से अधिक बिक्री हेतु सभी जिला स्तरीय कार्यक्रमों में आपूर्ति कराया जाए।इससे भिक्षुकों के समूह को लाभ होगा।
जिलाधिकारी द्वारा निदेश दिया गया कि योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु बैनर, पोस्टर, होर्डिंग इत्यादि लगाया जाए।