जिलाधिकारी ने की लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा
स्वतंत्र, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण वातावरण में चुनाव कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध; कुल 20 कोषांग सतत क्रियाशील है
vijay shankar
पटना :जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना शीर्षत कपिल अशोक ने कहा है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण वातावरण में लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इसके लिए 20 कोषांग 24x 7 क्रियाशील है। वे आज समाहरणालय स्थित सभागार में लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों, कोषांगों के वरीय नोडल पदाधिकारियों, नोडल पदाधिकारियों, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों तथा अन्य को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेस नोट जारी होते ही आयोग से निरूपित आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो जाएगी। इसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सम्पूर्ण तंत्र सजग एवं तत्पर रहे। डीएम ने कहा कि आयोग के निदेशों के अनुसार ईवीएम मैनेजमेंट यथा भंडारण, सुरक्षा, सीलिंग, मतदान-मतगणना में ईवीएम का प्रबंधन आदि अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन में संलग्न सभी पदाधिकारी लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत प्रतिनियुक्ति की तारीख से निर्वाचन परिणाम घोषित किए जाने की तारीख तक भारत निर्वाचन आयोग में प्रतिनियुक्त समझे जाते हैं और तदनुसार उस अवधि के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के नियंत्रण, अधीक्षण और अनुशासन के अधीन कार्यरत रहेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी पदाधिकारी न केवल निष्पक्षता के साथ कार्य करेंगे बल्कि लोगों के बीच उनकी कार्य निष्पक्षता परिलक्षित भी होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने कार्मिक कोषांग, ईवीएम एवं वीवीपैट कोषांग, वाहन कोषांग, प्रशिक्षण कोषांग, सामग्री कोषांग, आदर्श आचार संहिता कोषांग, व्यय लेखा अनुश्रवण कोषांग, प्रेक्षक एवं प्रोटोकोल कोषांग, विधि-व्यवस्था, वीएम एण्ड सेक्युरिटी प्लान कोषांग, मीडिया एवं एमसीएमसी कोषांग, स्वीप एवं पीडब्ल्यूडी कोषांग, कम्प्यूटराईजेशन साइबर सेक्युरिटी-आईटी-एसएमएस-प्रतिवेदन कोषांग, एसएमएस मॉनिटरिंग एवं जिला संचार योजना/डीईएमपी कोषांग, जिला सम्पर्क केन्द्र(डीसीसी)/हेल्प लाईन/नियंत्रण कक्ष/शिकायत एवं समाधान अनुश्रवण कोषांग, पोस्टल बैलेट पेपर/ईटीबीपीएस कोषांग, वज्रगृह एवं मतगणना कोषांग, सीपीएफ कोषांग, कार्मिक कल्याण कोषांग, मतदाता सूची एवं मतदान केन्द्र कोषांग तथा जिला निर्वाचन कोषांग के कार्यों की समीक्षा की तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा निर्वाचन के सुचारू रूप से संचालन हेतु सभी कोषांगों के लिए वरीय नोडल पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी निर्धारित दायित्वों का भली-भाँति निर्वहन करें। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को अन्तर्कोषांगीय समन्वय स्थापित कर चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार पीसीसीपी की व्यवस्था नहीं होगी। ईवीएम एवं अन्य महत्वपूर्ण सामग्री पीठासीन पदाधिकारी को ही हस्तगत कराया जाना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव कार्यों हेतु केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, बैंक आदि के कुल 5,242 कार्यालयों एवं उपक्रमों से 40,000
से अधिक कर्मियों की विवरणी की पोर्टल पर इन्ट्री की गई है। कार्मिक कोषांग द्वारा चुनाव के लिए कार्मिकों की आवश्यकता एवं उपलब्धता का आकलन कर नियुक्ति हेतु कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कहा कि निर्वाचन में संलग्न हरएक पदाधिकारी एवं कर्मी को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें निर्वाचन संबंधी प्रक्रियाओं यथा मतदान प्रबंधन, ईवीएम की जानकारी, मॉक पोल, भेद्यता मानचित्रण, मतगणना, आदर्श आचार संंिहता का अनुपालन, विधि-व्यवस्था संधारण इत्यादि की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन ईवीएम-वीवीपैट से होना है। अतः सभी कर्मियों को पूरे मतदान प्रक्रिया की सूक्ष्म-से-सूक्ष्म जानकारी रहनी चाहिए। प्रशिक्षण के क्रम में ईवीएम के संचालन की हैण्ड्स-ऑन ट्रेनिंग अधिक-से-अधिक दी जाए। जिलाधिकारी ने चुनाव के लिए उत्कृष्ट कॉम्युनिकेशन प्लान का क्रियान्वयन करने का निदेश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि वीटीआर में वृद्धि के लिए सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) कार्यक्रम के तहत मतदाताओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जिला स्वीप कोर कमिटि 24*7 क्रियाशील है। 65 महाविद्यालयों एवं महिला महाविद्यालयों में कैम्पस एम्बेसडर तथा इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब के माध्यम से मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। पटना जिला में आईसीडीएस के 9,828 कर्मी कार्यरत हैं जिसमें 5,012 आँगनबाड़ी सेविका; 4,667 आँगनबाड़ी सहायिका; 127 महिला पर्यवेक्षिका तथा 22 बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शामिल हैं। इन सभी बाल विकास परियोजना कर्मियों के माध्यम से जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस) के पर्यवेक्षण में 5,220 क्रियाशील आँगनबाड़ी केन्द्रों के पोषक क्षेत्र में लगातार मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिला के सभी 23 प्रखंडों में जीविका दीदियों के 41,009 सेल्फ-हेल्प ग्रुप में 5,01,502 सदस्य हैं। जीविका के अंतर्गत 2,725 ग्राम संगठन तथा 65 क्लस्टर-लेवल फेडरेशन सक्रिय हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला परियोजना समन्वयन इकाई, जीविका के अन्तर्गत जिला परियोजना प्रबंधक (जीविका) के पर्यवेक्षण में इन सभी समुदाय-आधारित संगठनों के माध्यम से मतदाता जागरूकता अभियान सुनिश्चित किया जा रहा है। नगर निकायों के लगभग 1,000 कचरा संग्रहण वाहनों एवं पटना स्मार्ट सिटी के 51 पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा 15 वैरिएबल मैसेज डिस्प्ले के माध्यम से लोगों को वोट देने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। विभिन्न बैंकों के 1,547 एटीएम तथा 953 शाखाओं के माध्यम से भी एलडीएम को मतदाता जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया गया है। पटना जिला में 491 विकास मित्र तथा 16 प्रखंड कल्याण पदाधिकारी कार्यरत हैं। इनके माध्यम से जिला कल्याण पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में लगभग 840 महादलित-बहुल बस्तियों में स्वीप गतिविधियों को चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि कम मतदान प्रतिशत वाले चिन्हित निर्वाचन क्षेत्रों में टार्गेटेड इन्टरवेंशन के द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। 506 सेक्टर पदाधिकारियों के माध्यम से 4,877 मतदान केन्द्रों की मैपिंग कराई गई है। मतदान केन्द्रों पर सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएँ (एएमएफ) यथा रैम्प, शौचालय, बिजली, साईनेज, पेयजल, हेल्प डेस्क आदि की व्यवस्था रहेगी। 18-19 साल के नये मतदाताओं, महिला मतदाताओं, दिव्यांगजनों, वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर उत्कृष्ट व्यवस्था रहेगी। मतदान केन्द्रवार भेद्यता मानचित्रण संबंधी कार्य किया जा रहा है। वाहन कोषांग द्वारा वाहनों की आवश्यकता का आकलन कर उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। सभी स्टेकहोल्डर्स से ईको-फ्रेन्ड्ली निर्वाचन प्रक्रिया अपनाने हेतु अपील की गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार 14 वर्ष से कम आयुवर्ग के लोगों को निर्वाचन कार्य में लगाया जाना प्रतिबंधित है। सभी इसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
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मतदाताओं को उनके मत का महत्व बताएँ तथा उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करें: डीएम द्वारा सभी पदाधिकारियों को दिया गया निदेश
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गौरतलब है कि पटना जिलान्तर्गत कुल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र 02 तथा 01 आंशिक है। 28-मुंगेर, 30-पटना साहिब एवं 31-पाटलिपुत्र संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के अन्तर्गत 14 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र (178-मोकामा से 191-बिक्रम) शामिल है जिसमें कुल 4,877 (चार हजार आठ सौ सतहत्तर) मतदान केन्द्र अवस्थित है। दिनांक 01.01.2024 की अर्हता तिथि के आधार पर जिला में कुल निर्वाचक 49,01,306 हैं जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 25,76,506, महिला मतदाताओं की संख्या 23,24,627 और थर्ड जेंडर की संख्या 173 है। पटना जिला में चुनावी लिंगानुपात में प्रारूप प्रकाशन की तुलना में 02 अंकों का सुधार हुआ है, यह वर्तमान में 902 है।
जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान में कुल मतदाताओं की संख्या में 1,11,813 की वृद्धि हुई है। महिला मतदाताओं की संख्या में भी 55,783 की वृद्धि हुई है। आयोग के निदेशों के अनुरूप इस बार के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान में युवा मतदाताओं तथा महिला मतदाताओं के नामांकन पर जोर दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि 18 से 19 साल के नए मतदाताओं की संख्या में लगभग 11 गुणा की वृद्धि हुई जो वर्तमान में 55,410 है। इसमें महिला मतदाताओं की संख्या 22,477 है। आशा है महिला मतदाता एवं नव पंजीकृत मतदाता इस बार चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
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जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुरूप फ्री एण्ड फेयर चुनाव के सभी पहलुओं को सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। मतदाताओं के लिए #VoterHelplineApp #KnowYourCandidateApp उपलब्ध है। पीडब्ल्यूडी निर्वाचकों की सुविधा हेतु सक्षम ऐप उपलब्ध है। उम्मीदवारों के लिए चुनाव संबंधी सुविधाओं और दस्तावेजों को दाखिल करने के लिए #SuvidhaPortal, अधिकारियों के लिए #ESMS ऐप का उपयोग किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक सजग नागरिक के तौर पर आम जनता भारत निर्वाचन आयोग के cVIGIL App का उपयोग करके किसी भी प्रकार की चुनावी गड़बड़ी की रिपोर्ट कर सकती हैं। शिकायतों पर 100 मिनट के भीतर कार्रवाई की जाएगी। हम आम चुनाव, 2024 के लिए तकनीक के स्तर पर पूरी तरह से तैयार हैं।
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जिलाधिकारी ने कहा कि सुगम, समावेशी एवं सुलभ चुनाव कराने के लिए सभी कदम उठाया जा रहा है। हम लोकतंत्र के इस उत्सव को एक सुखद अनुभव बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर आश्वस्त न्यूनतम सुविधाएं को सुनिश्चित किया जाएगा। सुगम, सहज और सुरक्षित मतदान केंद्र की दिशा में सभी कार्रवाई की जा रही है।
डीएम ने कहा कि पीडब्ल्यूडी और वरिष्ठ मतदाताओं की जरूरतों के प्रति प्रशासन जागरूक एवं सतर्क है और उनके लिए सुलभ चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मतदान में प्राथमिकता, ग्राउंड फ्लोर पर पोलिंग स्टेशन, रैंप जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही वैकल्पिक होम वोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
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प्रलोभन-मुक्त चुनाव
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डीएम ने अधिकारियों को प्रलोभन-मुक्त मतदान के लिए सघन अभियान चलाने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन व्यय के अनुश्रवण के लिए टीम 24*7 सक्रिय रहेगी। 20 एनफोर्समेंट एजेन्सीज पैसों के ट्रांजैक्शन पर नजर रखेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी है। अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने और बेहतर परिणाम सुनिश्चित करने के लिए एक समन्वित दृष्टिकोण के साथ चलने का निर्देश दिया गया है। चुनावों में प्रलोभन की भूमिका को खत्म करने और लेवल-प्लेइंग फील्ड (एक समान अवसर) सुनिश्चित करने के लिए सभी एजेंसियां समन्वित तरीके से काम कर रही है।
जिलाधिकारी ने कहा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 की घोषणा की तिथि से फ्लाईंग स्क्वायड (एफएस) एवं अधिसूचना की तिथि से स्टैटिक सर्विलैंस टीम (एसएसटी) कार्यरत हो जाएगी। असामाजिक तत्वों द्वारा निर्वाचकों को डराने, धमकाने, प्रभावित करने और प्रलोभन देने के सभी प्रयासों को उड़न दस्ता (फ्लाईंग स्क्वायड) तथा स्टैटिक सर्विलैंस टीम द्वारा विफल किया जाएगा। डीएम ने कहा कि निर्वाचकों को प्रभावित करने के लिए नकदी या घूस की कोई भी वस्तु का वितरण या बाहुबल का इस्तेमाल करना आईपीसी की धारा 171(ख) और धारा 171(ग) के अंतर्गत अपराध है। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इस पर नजर रखेंगे।
जिलाधिकारी ने निर्वाचकों से भी बिना किसी भय या प्रलोभन के निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रियता से भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त वयस्क मताधिकार का सुसूचित, नैतिक एवं प्रलोभन-मुक्त तरीके से प्रयोग कर हम अपने समृद्ध लोकतंत्र को एक नया आयाम दे सकते हैं।
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जिलाधिकारी ने कहा कि उप विकास आयुक्त, पटना सभी कोषांगों के सम्पूर्ण वरीय प्रभार में हैं। वे सभी कोषांगों से समन्वय स्थापित करते हुए निर्वाचन संबंधी कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके स्तर पर भी प्रतिदिन सभी कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
डीएम ने सभी पदाधिकाारियों को भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है।