vijay shankar
पटना : जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा शुक्रवार को समाहरणालय हिन्दी भवन में जिला-स्तरीय ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्र का उद्घाटन किया गया। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने केन्द्र का निरीक्षण किया तथा ईवीएम प्रशिक्षण एवं जागरूकता हेतु प्रबंध का जायजा लिया। उपस्थित सभी लोगों एवं मीडियाबन्धुओं के समक्ष ईवीएम तथा वीवीपैट का डिमॉन्सट्रेशन किया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेश के आलोक में ईवीएम डिमॉन्सट्रेशन सेंटर (ईडीसी) संचालित किया जा रहा है। जिला के प्रत्येक अनुमंडल में भी यह क्रियाशील रहेगा। इन केन्द्रों पर ईवीएम तथा वीवीपैट का लाइव डिमॉन्सट्रेशन किया जाएगा। ईवीएम के भौतिक प्रदर्शन एवं डिजिटल तरीके से मतदाताओं को ईवीएम से परिचित कराने एवं उनमें जागरूकता बढ़ाने हेतु ईडीसी की स्थापना की गयी है। ईवीएम-वीवीपैट के परिचालन की जानकारी लोगों को दी जाएगी। कोई भी व्यक्ति इन केन्द्रों पर आकर इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बैलट यूनिट, कंट्रोल यूनिट एवं वीवीपैट के कार्य प्रणाली से निर्वाचकांे को अवगत कराया जाएगा। डिमॉन्सट्रेशन सेंटर पर मौजूद निर्वाचन विशेषज्ञों तथा तकनीकी व्यक्तियों द्वारा लोगों को प्रशिक्षित एवं जागरूक किया जाएगा। इसमें डमी बैलट पेपर का प्रयोग किया गया है। यहाँ कोई भी व्यक्ति, हमारे कर्मी भी आकर ईवीएम एवं वीवीपैट की फंक्शनिंग देख सकते है, उनके बारे में प्रशिक्षण एवं जानकारी प्राप्त कर सकते है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार ईवीएम का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाता है। प्रशिक्षण और जागरूकता के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए ईवीएम का प्रयोग किया जाता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि वीवीपैट (वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) ईवीएम के साथ जुड़ी हुई एक स्वतंत्र प्रणाली है जो मतदाताओं को यह सत्यापित करने की अनुमति प्रदान करती है कि उनका मत उनकी इच्छा अनुसार डाला गया है। जब कोई मत डाला जाता है तो मतदाता वीवीपैट के पारदर्शी विंडों के माध्यम से मुद्रित पेपर पर्ची पर अपनी पसंद के अभ्यर्थी की क्रम संख्या, नाम और प्रतीक स्पष्ट रूप से देख पाते है। यह पर्ची सात सेकेंड के लिए वीवीपैट विंडों के माध्यम से देखी जा सकती है, जिसके बाद वह स्वाचालित रूप से कट जाती है और वीवीपैट के सील बंद ड्रोप बॉक्स में गिर जाती है। जून 2017 से सभी निर्वाचनों में वीवीपैट प्रयोग में लाई जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि ईवीएम डिमॉन्सट्रेशन सेंटर (ईडीसी) लोक सभा आम निर्वाचन, 2024 की घोषणा की तिथि तक कार्यरत रहेगा। इसका उदेश्य है लोगों के बीच में ईवीएम को लेकर जागरूकता को बढ़ाना, लोगों को अवेयर करना ताकि वे इसे जानें, समझंे और उसका मतदान केन्द्र पर उपयोग करें।
गौरतलब है कि जिलाधिकारी द्वारा जिला-स्तरीय ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्र एवं सभी छः अनुमंडलों के ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्रों के लिए वरीय नोडल पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि दिनांक 15 जनवरी, 2024 से प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र के लिए मोबाईल डिमॉन्सट्रेशन वैन (एमडीवी) शुरू किया जाएगा। इसके माध्यम से प्रत्येक पोलिंग स्टेशन लोकेशन को कवर करते हुए ईवीएम एवं वीवीपैट का प्रदर्शन किया जाएगा। इन वैन पर आईईसी सामग्री भी रहेगी । इसके माध्यम से लोगों को ईवीएम एवं वीवीपैट के प्रति जागरूक किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार जिला में स्वीप गतिविधि अन्तर्गत नियमित तौर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।