डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस कमिटि (District Intelligence Committee) की बैठक
vijay shankar
पटना : जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी, पटना शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में आज समाहरणालय में डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस कमिटि (District Intelligence Committee) की बैठक हुई। अधिकारियों को लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 के आलोक में मापदंडों के अनुसार व्यय-संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान करने तथा निर्वाचन व्यय का सघन अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
इस बैठक में समिति के सदस्यगण यथा वरीय पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, राज्यकर संयुक्त आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सहायक उत्पाद आयुक्त, सहायक आयुक्त सीमा शुल्क, अग्रणी विकास प्रबंधक (एलडीएम), आयकर अधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, निरीक्षक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एवं अन्य भी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त, पारदर्शी एंव सहभागितापूर्ण चुनाव कराना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। निर्वाचन व्यय अनुश्रवण हेतु सभी प्रवर्तन एजेंसियों के बीच सार्थक समन्वय होना आवश्यक है। आयोग द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार लगातार नजर रखी जाए। बड़ी मात्रा में अवैध नगद, मादक पदार्थों, कीमती धातुओं इत्यादि को नियमानुसार जप्त की जाए। एलडीएम को पैसों के अत्यधिक मात्रा में लेन-देन पर नजर रखने एवं प्रतिवेदित करने का निदेश दिया गया। किसी खाता से असामान्य एवं बड़ी राशि की निकासी अथवा ट्रान्जैक्शन हो रहा है तो इसकी भी सूचना देने का निदेश दिया गया। कुछ खास बैंक खातों से छोटी-छोटी मात्रा में ऑनलाईन/डिजिटल माध्यम से कई व्यक्तियों के खाते में राशि के अंतरण पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र में करेंसी की मांग में पहले से 20 प्रतिशत या उससे अधिक वृद्धि पर नजर रखा जाए। मतदाताओं को प्रलोभन-मुक्त मतदान हेतु अभिप्रेरित करने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स सजग रहें।
जिलाधिकारी ने कहा कि लोक सभा आम चुनाव का प्रेस नोट जारी होते ही आदर्श आचार सहिता प्रभावी हो गई है। इसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करना सभी पदाधिकारियों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन व्यय के अनुश्रवण हेतु कोषांग २४x७ क्रियाशील है। 66 फ्लाईंग स्क्वायड, 132 स्टैटिक सर्विलांस टीम, 43 वीडियो सर्विलांस टीम, 42 वीडियो व्यूइंग टीम सहित सम्पूर्ण तंत्र सक्रिय है। जिलाधिकारी ने कहा कि 32 बॉडर चेकपोस्ट की स्थापना की गई है ताकि आदर्श आचार संहिता का सख्ती से अनुपालन कराया जाए। अभी तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में 27 प्राथमिकी दर्ज की गई है। 16 मार्च से अद्यतन 26 हजार लीटर से अधिक शराब की जप्ती की गई है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि भेद्य मतदाताओं को प्रभावित करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। असामाजिक तत्वों द्वारा निर्वाचकों को डराने, धमकाने, प्रभावित करने और प्रलोभन देने के सभी प्रयासों को उड़न दस्ता (फ्लाईंग स्क्वायड) तथा स्थैतिक निगरानी दल द्वारा विफल किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचकों को प्रभावित करने के लिए नकदी या घूस की कोई भी वस्तु का वितरण या बाहुबल का इस्तेमाल करना आईपीसी की धारा 171(ख) और धारा 171(ग) के अंतर्गत अपराध है। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त-से-सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव में धन-बल का दुरूपयोग रोकना अनिवार्य है। इसके लिए सभी संबंधित पदाधिकारी एवं एजेंसी आपस में समन्वय स्थापित कर सार्थक ढंग से कार्य करें। कैश, शराब, ड्रग्स, मादक पदार्थ, महंगी धातुओं, फ्रीबिज आदि के आदान-प्रदान पर नजर रखें। अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ-साथ अन्तर्जिला समन्वय भी सुनिश्चित करें। सीमा चेकपोस्ट/नाका को सुदृढ़ रखें। इन्फॉर्मेशन-आधारित तथा इनपुट-आधारित बिंदुओं पर त्वरित एक्शन लें। आदर्श आचार संहिता का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराएँ।
ज़िलाधिकारी ने सभी निर्वाचकों से भी बिना किसी भय या प्रलोभन के निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रियता से भाग लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त वयस्क मताधिकार का सुसूचित, नैतिक एवं प्रलोभन-मुक्त तरीके से प्रयोग कर हम अपने समृद्ध लोकतंत्र को एक नया आयाम दे सकते है।
जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।