विजय शंकर
पटना : आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ शशिकान्त ने मुख्य न्यायाधीश पटना हाईकोर्ट के उस निर्णय का स्वागत किया है जिसमें कहा गया है कि पंचायत प्रतिनिधि अपने वार्ड या पंचायत में प्रतिदिन हो रहे कोरोना से मृत्यु की सूचना 24 घंटे के अंदर सरकार को अपडेट कराएँ नहीं तो उनकी सदस्यता समाप्त हो जाएगी,सचमुच ऐसा निर्णय ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि इससे सही जानकारी जनता के सामने आएगी और सरकार के द्वारा आँकड़े छुपाने का जो खेल चल रहा था, वो बन्द होगा ।
डॉ शशिकान्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना की स्थिति अत्यंत ही भयावह हो गई है । उन्होंने कहा कि गाँवों में आज भी कोरोना को कोरोना मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी 90% से भी ज्यादा लोग मास्क नहीं लगाते हैं और न ही सेनेटाइजर का ही इस्तेमाल करते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि गाँव वाले रोगों को घर में ही छुपा करके रख लेते हैं जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि किसी कोरोना मरीज़ के बारे में अगर दूसरा व्यक्ति किसी अन्य जगह किसी को बता भी दिया तो अफवाह फैलाने के जुर्म में उसे दंडित भी कर दिया जाता है। दूसरी बात उन्होंने कहा कि इस देश में 80-90% लोग गाँवों में रहते हैं लेकिन चिकित्सा सुविधा तो 1% भी नहीं है । उन्होंने सरकार पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि 10% कोरोना बीमारी कोरोनावाइरस की बजह से हुआ है लेकिन 90% कोरोना की बीमारी सरकार के लापरवाही का नतीजा है । उन्होंने आगे कहा है कि सरकार की ओर से कोई भी जागरूकता कार्यक्रम नही अपनाया गया है और न ही प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है । उन्होंने कहा कि आज झोला छाप डॉक्टरों ने कई घरों को उजाड़ जरूर दिया है। इसके लिए सीधे तौर पर बिहार के रहनुमा नीतीश बाबू हीं जिम्मेदार हैं ।