काशी से पीएम मोदी का चीन पर हमला, विस्तारवादी ताकतों को मिल रहा मुंहतोड़ जवाब

वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में देव दीपावली महोत्सव से लोगों को संबोधित करते हुए इशारों-इशारों में चीन पर निशाना साधा। उन्होंने चीन का बिना नाम लेते हुए कहा कि विस्तारवादी ताकतों को देश ने मुंहतोड़ जवाब दिया है । मालूम हो कि पहले भी चीन के लिए पीएम मोदी विस्तारवादी ताकत जैसे शब्द का इस्तेमाल करते रहे हैं ।

वाराणसी के राजघाट पहुंचे पीएम मोदी ने देव दीपावली महोत्सव का शुभारंभ किया। दीप जलाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हमारा ध्यान देश की विरासत और संस्कृति बचाने पर है । उन्होंने चीन का बिना नाम लिए कहा, ”चाहे सीमा पर घुसपैठ की कोशिश हो, विस्तारवादी ताकतों का दुस्साहस हो या फिर देश के भीतर देश को तोड़ने वाली साजिशें, भारत आज सबका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है ।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। गरीबों और जरूरतमंदों को मदद दी जा रही है। आत्मनिर्भर अभियान से देश लोकल के लिए वोकल हो रहा है। इस बार की दीपावली जैसे मनाई गई। देश के लोगों ने लोकल प्रोडक्ट और लोकल गिफ्ट के साथ त्योहार मनाए वो प्रेरणादायी है। हमारे त्योहार एक बार फिर से गरीब की मदद की प्रेरणा बन रहे हैं। गुरुनानक देव ने अपना जीवन गरीबों की सेवा में व्यतीत किया था। काशी में वह लंबे समय तक रहे। काशी का गुरुबाग गुरुद्वार इसका साक्षी है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देव दीपावली के अपने संबोधन में विपक्ष पर भी वार किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर है, जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का नाम। उन्होंने कहा, ”हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था, हमारे मूल्य। उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें। उनका ध्यान परिवार की विरासत को बचाने में रहा। हमारा ध्यान देश की विरासत को बचाने और उसे संरक्षित करने में हैं।” मोदी ने कहा कि आज जब काशी की विरासत लौट रही है तो ऐसा लग रहा है कि काशी माता अन्नपूर्णा के आगमन की खबर सुनकर सजी-संवरी हो।

पीएम मोदी के दीप जलाने के बाद गंगा के दोनों किनारों पर सजे लाखों दीप जगमगा उठें । हर तरफ अलौकिक छठा बिखर गई। हर बार केवल गंगा के इस बार ही रोशनी होती थे लेकिन पीएम मोदी की अगवानी में गंगा पार रेती भी रोशन हुई। अनूठे जल प्रकाश उत्सव के रूप में विश्‍व विख्यात देव दीपावली के मौके पर उत्तरवाहिनी मां गंगा के घाटों पर खास नजारा देखने के लिए देश-दुनिया से लोगों का हुजूम दोपहर बाद ही घाटों की ओर बढ़ चला था। भीड़ देखकर नहीं लग रहा था कि कोरोना जैसी कोई महामारी भी फैली है।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *